रांची : मरीजों के साथ अच्छा व्यवहार करें डॉक्टर, परेशान न करें : राज्यपाल

स्वास्थ्य व ग्रामीण विकास विभाग की समीक्षा बैठक लोगों के स्वास्थ्य और पोषण पर ध्यान देना जरूरी रांची : राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि चिकित्सक पूर्ण समर्पित भाव से मरीजों का इलाज करें. अपनी पेशा को सेवा भाव की दृष्टि से देखें. मानवता की सेवा से बड़ा कोई अन्य पुनीत कार्य नहीं है. मरीजों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 6, 2019 8:26 AM
स्वास्थ्य व ग्रामीण विकास विभाग की समीक्षा बैठक
लोगों के स्वास्थ्य और पोषण पर ध्यान देना जरूरी
रांची : राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि चिकित्सक पूर्ण समर्पित भाव से मरीजों का इलाज करें. अपनी पेशा को सेवा भाव की दृष्टि से देखें. मानवता की सेवा से बड़ा कोई अन्य पुनीत कार्य नहीं है. मरीजों के साथ अच्छा व्यवहार करें.
बेवजह परेशान न करें. ऐसा आचरण प्रस्तुत करें, कि समाज में उन्हें रोल मॉडल के रूप में देखा जाये. शहर के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में भी अपनी सेवा दें. राज्यपाल गुरुवार को राजभवन में स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक कर रही थीं. मौके पर विभाग के प्रधान सचिव डॉ नितिन मदन कुलकर्णी, राज्यपाल के प्रधान सचिव सतेंद्र सिंह आदि उपस्थित थे.
राज्यपाल ने कहा कि राज्य की बहुत महिलाएं एनिमिया से ग्रसित हैं, जिस पर नियंत्रण जरूरी है. बच्चे कुपोषण के शिकार हैं. डॉ कुलकर्णी ने कहा कि दुमका, हजारीबाग और पलामू में नये चिकित्सा महाविद्यालय में इस सत्र से पढ़ाई शुरू हो गयी है. राज्य की जनजाति कोटि के बच्चे भी नामांकन करा कर लाभान्वित हुए हैं. राज्य के चिकित्सक ग्रामीण क्षेत्र में सेवा नहीं देना चाहते हैं.
अभी एमबीबीएस चिकित्सकों का पदस्थापन विभिन्न क्षेत्रों में किया गया है और विशेषज्ञ चिकित्सकों को सदर अस्पताल में पदस्थापित किया गया है. प्रधान सचिव ने बताया कि अायुष्मान भारत के तहत अब तक एक लाख 30 हजार लोगों का इलाज हुआ और 220 करोड़ खर्च हुए हैं. कालाजार से चार जिला प्रभावित हैं, जिन्हें मुक्त करना है.
ग्रामीण विकास व पंचायती राज विभाग की भी समीक्षा
रांची : राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि केंद्र एवं राज्य प्रायोजित विभिन्न जन कल्याणकारी योजनाओं के कार्यान्वयन की लगातार मॉनिटरिंग होनी चाहिए, ताकि कमजोर तबके के लोगों का सामाजिक व आर्थिक विकास हो.
लोगों को सरकार की विभिन्न विकास एवं जन कल्याणकारी नीति व योजनाओं के संबंध में जानकारी देनी होगी. राज्यपाल गुरुवार को राजभवन में ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर रही थीं.
मौके पर विभाग के प्रधान सचिव अविनाश कुमार, राज्यपाल के प्रधान सचिव सतेंद्र सिंह, पंचायती राज निदेशक सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे. बैठक में पुरुष समूह के गठन की बात कही गयी. कहा गया कि जो लोग पारंपरिक व्यवसाय से जुड़े हैं, वे भी स्वयं सहायता समूह बना सकते हैं. राज्यपाल ने पंचायती राज विभाग की समीक्षा करते हुए पेसा कानून को पूरी तरह लागू करने को भी कहा.

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