पुरानी व्यवस्था पर चल रहा रिम्स का सेंट्रल इमरजेंसी

रांची : रिम्स के नये ट्रॉमा सेंटर में सेंट्रल इमरजेंसी के लिए 50 बेड की व्यवस्था की गयी है. ट्रॉमा सेंटर तो एक माह पहले ही शुरू कर दिया गया, लेकिन सेंट्रल इमरजेंसी अब भी पुरानी व्यवस्था में ही चल रहा है. यही वजह है कि गंभीर हालत में पहुंचे मरीजों को अब भी पुराने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 10, 2019 1:15 AM

रांची : रिम्स के नये ट्रॉमा सेंटर में सेंट्रल इमरजेंसी के लिए 50 बेड की व्यवस्था की गयी है. ट्रॉमा सेंटर तो एक माह पहले ही शुरू कर दिया गया, लेकिन सेंट्रल इमरजेंसी अब भी पुरानी व्यवस्था में ही चल रहा है. यही वजह है कि गंभीर हालत में पहुंचे मरीजों को अब भी पुराने इमरजेंसी में जाना पड़ता है. वहां से डॉक्टर मरीज को ट्रॉमा सेंटर में भेजते हैं. ऐसे में मरीज का इलाज शुरू होने में अनावश्यक देरी होती है. मरीज ट्रॉमा सेंटर और पुराने इमरजेंसी वार्ड के बीच चक्कर लगाता रह जाता है.

रिम्स प्रबंधन ने ट्रॉमा सेंटर और सेंट्रल इमरजेंसी को इस उद्देश्य से शुरू किया था कि अगर कोई गंभीर मरीज रिम्स पहुंचता है, तो वह सीधे नये ट्रॉमा सेंटर आयेगा. वहां डॉक्टर को लगता है कि मरीज को इमरजेंसी की जरूरत है, तो उस विंग में रेफर कर देगा, लेकिन वर्तमान में ऐसा नहीं हो रहा है.
रिम्स प्रबंधन ने पहले निर्णय लिया था कि उदघाटन होते ही इमरजेंसी और ट्रॉमा सेंटर एक साथ शुरू किया जायेगा. इसी वजह से सेंट्रल इमरजेंसी में उपकरण भी लगा दिये गये थे, लेकिन उदघाटन से पहले यह फैसला बदल दिया गया.
नर्स व फोर्थ ग्रेड स्टाफ मिले, तो शुरू हो सकता है सेंट्रल इमरजेंसी : ट्रॉमा सेंटर के अधिकारियों का कहना है कि सेंट्रल इमरजेंसी को शुरू करने के लिए कम से कम 12 नर्स, पारा मेडिकल व फोर्थ ग्रेड स्टाफ की जरूरत है. वहीं, सूत्र बताते हैं कि मेडिकल ऑफिसर की नियुक्ति हो गयी है, लेकिन सबसे ज्यादा जरूरत नर्सों को नियुक्त करने की है. उनकी नियुक्ति से ट्रॉमा सेंटर तो बेहतर संचालित होगा ही सेंट्रल इमरजेंसी भी चालू हो जायेगा.
नयी व्यवस्था जल्द लागू करना जरूरी
एक साथ शुरू होने थे ट्रॉमा सेंटर और सेंट्रल इमरजेंसी, उदघाटन से ठीक पहले फैसला बदला
अब भी पुराने सेंट्रल इमरजेंसी में ही आ रहे गंभीर मरीज, वहां से भेजा जाता है ट्रॉमा सेंटर में
नये ट्रॉमा सेंटर में इमरजेंसी को शुरू करने की प्रक्रिया चल रही है. डॉक्टर नियुक्त हो गये हैं, सिर्फ नर्स की नियुक्ति होनी है.
डॉ विवेक कश्यप, अधीक्षक रिम्स

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