आयुष्मान के मरीज से इंप्लांट के लिए रिम्स ने मांगे आधे पैसे
दो माह से नहीं हो रहा रामगढ़ के जगदीश मुंडा का ऑपरेशन, लगना है 80 हजार का इंप्लांट मरीज के परिजनों ने उपाधीक्षक को लिखा पत्र कहा : आयुष्मान से हमारा निबंधन रद्द करें उपाधीक्षक ने कहा : इंप्लांट खरीद की विशेष अनुमति ली गयी है, जल्द करायेंगे ऑपरेशन रांची : रिम्स के हड्डी रोग […]
दो माह से नहीं हो रहा रामगढ़ के जगदीश मुंडा का ऑपरेशन, लगना है 80 हजार का इंप्लांट
मरीज के परिजनों ने उपाधीक्षक को लिखा पत्र कहा : आयुष्मान से हमारा निबंधन रद्द करें
उपाधीक्षक ने कहा : इंप्लांट खरीद की विशेष अनुमति ली गयी है, जल्द करायेंगे ऑपरेशन
रांची : रिम्स के हड्डी रोग विभाग में डॉ विजय कुमार की यूनिट में भर्ती रामगढ़ के जगदीश मुंडा का ऑपरेशन दो माह से नहीं हो पा रहा है. मरीज के परिजन परेशान हैं, क्योंकि ऑपरेशन में लगनेवाले इंप्लांट का पूरा खर्च वहन करने से रिम्स प्रबंधन ने मना कर दिया है. रोज अधिकारियों से गुहार लगा कर आजिज आ चुके परिजन ने उपाधीक्षक डॉ संजय कुमार को पत्र लिख कर आयुष्मान भारत योजना के तहत हुए रिम्स में अपने पंजीयन को रद्द करने का आग्रह किया है.
उपाधीक्षक को लिखे गये पत्र में परिजन ने कहा है कि मरीज को बेहतर इलाज के लिए 16 जुलाई को रिम्स के हड्डी विभाग में भर्ती कराया था. डॉक्टर ने भर्ती कर आवश्यक जांच करायी. जांच में पता चला कि ऑपरेशन कर इंप्लांट डाला जायेगा. डॉक्टरों के निर्देश पर हमलोगों ने रिम्स को मांग पत्र दिया.
रिम्स से आयुष्मान भारत योजना के तहत उपकरण मुहैया कराने का आग्रह किया गया, लेकिन अब बताया जा रहा है इंप्लांट का पैसा 80,000 खर्च रिम्स अकेले नहीं कर सकता है. रिम्स 40,000 रुपये खर्च करेगा. शेष राशि स्वयं वहन करना होगा. ऐसे में आर्थिक रूप से इलाज में अतिरिक्त पैसा खर्च करने की स्थिति में नहीं है. ऐसे में हमारा आयुष्मान भारत योजना के तहत किया गया पंजीयन रद्द किया जाये, जिससे हम अन्य निजी अस्पताल में आयुष्मान भारत योजना के तहत ऑपरेशन करा पायें.
इंप्लांट की खरीद नहीं होने के कारण मरीज का ऑपरेशन नहीं हो पा रहा था. खरीद के लिए विशेष अनुमति ली गयी है. उपकरण मंगाने की प्रक्रिया शीघ्र होगी. एक सप्ताह में मरीज का ऑपरेशन भी हो जायेगा.
डॉ संजय कुमार, उपाधीक्षक, रिम्स
गैस पाइप लाइन दुरुस्त कराने के बाद ही ट्रॉमा सेंटर में शुरू होगा सेंट्रल इमरजेंसी
रांची : रिम्स निदेशक डॉ दिनेश कुमार सिंह ने मंगलवार को इमरजेंसी, ट्रॉमा सेंटर व कार्डियोलॉजी इमरजेंसी का निरीक्षण किया. इस दौरान डॉक्टर, नर्स व कर्मचारी सेवा देते पाये गये. निदेशक ने कहा कि ट्रॉमा सेंटर की गैस पाइप लाइन लोड नहीं ले पा रही है, जिसके कारण परेशानी हो जा रही है. पहले गैस पाइप लाइन को दुरुस्त कराया जायेगा, उसके बाद ही यहां इमरजेंसी शुरू कराया जा सकता है.
भवन निर्माण विभाग को गैस पाइप लाइन को मजबूत बनाने काे कहा गया है़ यहां से निकल कर निदेशक रिम्स इमरजेंसी का निरीक्षण करने पहुंचे. यहां जूनियर डॉक्टरों द्वारा मरीजों को भर्ती करने और उनके इलाज की प्रक्रिया को देखा. निदेशक ने कहा कि इमरजेंसी सेवाओं को और बेहतर करने की जरूरत है. वहीं, कार्डियोलॉजी इमरजेंसी में निरीक्षण के दौरान वहां डॉक्टर मरीजों की जांच करते करते पाये गये. आवश्यक निर्देश देने के बाद वह वहां से निदेशक चले गये.
सीएमसी वेल्लोर के डॉ गौरव होंगे रिम्स के पहले प्लास्टिक सर्जन, आज देंगे योगदान
अब निजी अस्पतालों के भरोसे नहीं रहेंगे प्लास्टिक सर्जरी के मरीज
जल्द शुरू होगा ओपीडी ट्रॉमा सेंटर में भी करेंगे मरीजों का इलाज
राजीव पांडेय
रांची : राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स में प्लास्टिक सर्जरी का विभाग खुलने का रास्ता साफ हो गया है. भोपाल के रहनेवाले प्लास्टिक सर्जन डाॅ गौरव चतुर्वेदी रिम्स में योगदान देने के लिए तैयार हो गये हैं. वह वर्तमान समय में सीएमसी वेल्लोर से प्लास्टिक सर्जरी विभाग में अपनी सेवा दे रहे हैं. उन्हाेंने वहीं से मास्टर डिग्री ली है और प्लास्टिक सर्जरी में एमसीएच की डिग्री सीएमसी वेल्लोर से ली है.
जानकारी के अनुसार डॉ गौरव बुधवार को योगदान देंगे. उनके योगदान देने से प्लास्टिक सर्जरी के मरीजों को निजी अस्पताल पर आश्रित नहीं रहना होगा. रिम्स में अोपीडी में परामर्श मिलेगा व सर्जरी की अावश्कता पड़ने पर ऑपरेशन किया जायेगा.
रिम्स सूत्रों की मानें, तो डॉ गौरव चतुर्वेदी के लिए पहले प्रबंधन ओपीडी शुरू करेगा. एक डॉक्टर होने के कारण ओपीडी सीमित दिन का संचालित किया जायेगा. प्लास्टिक सर्जरी विभाग में जैसे-जैसे डॉक्टरों की संख्या बढ़ेगी, ओपीडी का दिन बढ़ाया जायेगा. वर्तमान में नये प्लास्टिक सर्जन सामान्य सर्जरी विभाग के डॉक्टरों के साथ मिल कर ऑपरेशन करेंगे. ट्रॉमा सेंटर में दुर्घटना के मरीजों का इलाज भी इनके जिम्मे होगा.
सीएमसी वेल्लोर के डॉ गौरव चतुर्वेदी प्लास्टिक सर्जरी विंग में योगदान दे रहे हैं. वर्तमान में वह ओपीडी व सामान्य सर्जरी विभाग के साथ मिलकर आॅपरेशन करेंगे. फैकल्टी बढ़ने पर विभाग गठित किया जायेगा.
डॉ दिनेश कुमार सिंह, निदेशक, रिम्स