रातू : विरासत में मिली संस्कृति को बढ़ाने में बनें सहभागी

होचर करम इंद जतरा में बाबूलाल मरांडी बोले दर्जनों गांवों के 110 खोड़हा पड़हा निशान के साथ हुए शामिल रातू : झारखंड की संस्कृति गांवों में जतरा में देखने को मिलती है. इस पहचान को बनाये रखना है. लोग कहीं भी रहें, अपनी परंपरा को मिटने नहीं देना है. उक्त बातें पूर्व मुख्यमंत्री सह झाविमो […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 13, 2019 9:11 AM
होचर करम इंद जतरा में बाबूलाल मरांडी बोले
दर्जनों गांवों के 110 खोड़हा पड़हा निशान के साथ हुए शामिल
रातू : झारखंड की संस्कृति गांवों में जतरा में देखने को मिलती है. इस पहचान को बनाये रखना है. लोग कहीं भी रहें, अपनी परंपरा को मिटने नहीं देना है.
उक्त बातें पूर्व मुख्यमंत्री सह झाविमो सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी ने कही. वे गुरुवार को होचर पतराटोली में आयोजित करम इंद जतरा में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि क्षेत्र से गरीबी के कारण रोजगार हेतु पलायन करने वाले जहां भी जायें. अपना धर्म, पहचान बनाये रखें. विरासत में मिली संस्कृति को नौजवान आगे ले जाने में अपनी सहभागिता निभायें.
समारोह को जिप सदस्य अमर उरांव, सुचिता सिंह, मुकेश भगत, रीता भगत, ज्योति देवी, मनीष मुंडा आदि ने भी संबोधित किया. अध्यक्षता वीरेंद्र भगत ने की. संचालन अनूप किंड़ो ने किया. मौके पर सोमेश्वर गोप, सोमे उरांव, नसीम अंसारी, बालकृष्ण उरांव, आशीष गोप, कामेश्वर महतो, महावीर विश्वकर्मा, रमेश चंद्र महतो, चंद्रावती देवी सहित अन्य उपस्थित थे.
इंद टोपर गाड़ कर पूजा-अर्चना : जतरा टांगर में इंद टोपर गाड़ कर भगवान इंद्र की पूजा-अर्चना की गयी. जतरा में रातू, मांडर, बुढ़मू, इटकी, बेड़ो, नगड़ी व चान्हो प्रखंड के दर्जनों गांवों के 110 खोड़हा पारंपरिक वेशभूषा में पड़हा निशान के साथ शामिल हुए. आयोजन समिति द्वारा अतिथियों व पाहन का स्वागत पगड़ी पहना कर किया गया. वहीं खोड़हा को मांदर देकर पुरस्कृत किया गया.

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