रांची : मुख्यमंत्री के आश्वासन पर खत्म हुआ वित्तरहित शिक्षकों का अनशन

रांची : वित्तरहित शिक्षकों का अनशन नौ दिन बाद शुक्रवार को समाप्त हो गया. मुख्यमंत्री से वार्ता के बाद विधायक शिवशंकर उरांव, गंगोत्री कुजूर व जीतू चरण राम ने अनशन पर बैठे शिक्षक को जूस पिलाकर अनशन समाप्त कराया. इससे पूर्व विधायकों ने शिक्षकों की मांगों को मुख्यमंत्री रघुवर दास के समक्ष रखा. मुख्यमंत्री ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 14, 2019 8:43 AM
रांची : वित्तरहित शिक्षकों का अनशन नौ दिन बाद शुक्रवार को समाप्त हो गया. मुख्यमंत्री से वार्ता के बाद विधायक शिवशंकर उरांव, गंगोत्री कुजूर व जीतू चरण राम ने अनशन पर बैठे शिक्षक को जूस पिलाकर अनशन समाप्त कराया. इससे पूर्व विधायकों ने शिक्षकों की मांगों को मुख्यमंत्री रघुवर दास के समक्ष रखा. मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि वित्तरहित स्कूल-कॉलेज की कई मांगों पर कार्रवाई की जा रही है.
विधायक शिवशंकर उरांव ने अनशन स्थल पर पहुंच कर शिक्षकों को बताया कि वित्तरहित शिक्षा नीति समाप्त करने के लिए कमेटी गठन का प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है. सेवा शर्त नियमावली बनाने का प्रस्ताव माध्यमिक शिक्षा निदेशक के पास है. स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग के प्रधान सचिव के विदेश दौरा से लौटने के साथ ही इस पर निर्णय लिया जायेगा. झारखंड राज्य वित्तरहित शिक्षा संयुक्त संघर्ष मोर्चा के बलदेव पांडेय अनशन पर बैठे थे.
मोर्चा की मुख्य मांगों में वित्तरहित शिक्षा नीति समाप्त करना, मान्यता प्राप्त स्कूल-कॉलेजों को घाटानुदान देना, अनुदान की राशि सीधे शिक्षकों के बैंक खाते में भेजना, मान्यता के लिए जमीन की शर्त में बदलाव करना, संस्कृत एवं मदरसा विद्यालयों का अनुदान दोगुना करना शामिल हैं. अनशन स्थल पर मोर्चा के रघुनाथ सिंह, सुरेंद्र झा, हरिहर प्रसाद कुशवाहा, चंद्रेश्वर पाठक, विजय झा, अरविंद सिंह, देवनाथ सिंह, विनोद कुमार, अनिल तिवारी समेत अन्य शिक्षक उपस्थित थे.

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