रांची : बर्बाद होनेवाले 92% वर्षा जल को बचायें : मनरेगा आयुक्त

रांची : मनरेगा आयुक्त सिद्धार्थ त्रिपाठी और विशेष सचिव रवि रंजन ने शुक्रवार को वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के जरिये राज्य के सभी परियोजना पदाधिकारियों और प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारियों को निर्देश दिया. इसके तहत उन्हें अभियान चला बह कर बर्बाद हो रहे जल को रोकने, भूगर्भ जलस्तर को ऊंचा उठाने और वर्षा जल को जलाशयों तक पहुंचने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 14, 2019 8:50 AM
रांची : मनरेगा आयुक्त सिद्धार्थ त्रिपाठी और विशेष सचिव रवि रंजन ने शुक्रवार को वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के जरिये राज्य के सभी परियोजना पदाधिकारियों और प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारियों को निर्देश दिया. इसके तहत उन्हें अभियान चला बह कर बर्बाद हो रहे जल को रोकने, भूगर्भ जलस्तर को ऊंचा उठाने और वर्षा जल को जलाशयों तक पहुंचने का सुगम रास्ता तैयार करने को कहा गया है.
पदाधिकारियों को बताया गया कि राज्य में वर्षा जल का लगभग 92 फीसदी हिस्सा बह कर बर्बाद हो जाता है. इसे संरक्षित कर राज्य देश में जल शक्ति का उदाहरण बन सकता है.
इसके लिए जागरूकता और मिशन मोड में काम करना होगा. अधिकारियों ने जल शक्ति अभियान के तहत योजना की स्थिति, मजदूरी भुगतान की स्थिति आदि कार्यक्रमों की जानकारी ली. श्री त्रिपाठी ने कहा कि मनरेगा में ससमय मजदूरी भुगतान मामले में झारखंड का नंबर देश में पहला है. फिर भी पश्चिमी सिंहभूम, पूर्वी सिंहभूम, साहिबगंज, गोड्डा, पाकुड़ व दुमका में 70 प्रतिशत भुगतान ही समय पर हो रहा है. इसे सुधारने की जरूरत है.
उन्होंने सिमडेगा, रामगढ़ और धनबाद के परियोजना पदाधिकारियों के कार्यों की सराहना की. कहा कि किसी भी हाल में मजदूरी भुगतान में देर नहीं होनी चाहिए. वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग में सभी परियोजना पदाधिकारियों के अलावा विशेष कार्य पदाधिकारी चंद्रप्रकाश सिन्हा, बैजनाथ राम, नोडल ऑफिसर पंकज राणा, मीडिया सह प्रशिक्षण पदाधिकारी कुमार सौरभ समेत अन्य शामिल थे.

Next Article

Exit mobile version