Jharkhand : पश्चिमी सिंहभूम में शुरू होने वाली है बारिश, वज्रपात की भी संभावना
रांची : झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम में कुछ जगहों पर जल्दी ही बारिश शुरू हो सकती है. बारिश के साथ वज्रपात भी संभव है. झारखंड की राजधानी रांची के बिरसा मुंडा विमानपत्तन के निकट स्थित मौसम केंद्र ने गुरुवार को दो बजे जारी तात्कालिक मौसम चेतावनी में यह जानकारी दी है. इसमें कहा गया है […]
रांची : झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम में कुछ जगहों पर जल्दी ही बारिश शुरू हो सकती है. बारिश के साथ वज्रपात भी संभव है. झारखंड की राजधानी रांची के बिरसा मुंडा विमानपत्तन के निकट स्थित मौसम केंद्र ने गुरुवार को दो बजे जारी तात्कालिक मौसम चेतावनी में यह जानकारी दी है.
इसमें कहा गया है कि पश्चिमी सिंहभूम जिला के कुछ स्थानों पर अगले एक से दो घंटे में बादल गरजेंगे. हल्के से मध्यम दर्जे की वर्षा हो सकती है. कुछ जगहों पर गरज के साथ छींटे पड़ेंगे. इस दौरान कहीं-कहीं बिजली गिरने की भी संभावना है.
उल्लेखनीय है कि मॉनसून का सीजन अब समाप्ति की ओर है. लेकिन, झारखंड में इस सीजन मॉनसून कुछ ज्यादा दिन तक टिकेगा. अभी करीब एक महीने तक प्रदेश में मॉनसून की बारिश होगी. हालांकि, इतने दिन की बारिश के बावजूद मॉनसून के दौरान होने वाली बारिश की कमी की भरपाई होती नहीं दिख रही है. झारखंड में अब तक 30 फीसदी कम बारिश हुई है.
मौसम विभाग के मुताबिक, पिछले 24 घंटे के दौरान झारखंड में मॉनसून कमजोर रहा. रांची समेत कुछ जगहों पर हल्के से मध्यम दर्जे की वर्षा हुई. देवघर के सारठ में सबसे ज्यादा 26 मिमी बारिश हुई.
रांची राज्य का सबसे ठंडा जगह रहा, जहां अधिकतम तापमान 22 डिग्री सेंटीग्रेड दर्ज किया गया. वहीं, उपराजधानी का तापमान 33.6 डिग्री सेंटीग्रेड दर्ज किया गया, जो राज्य में सबसे ज्यादा रहा. रांची में 11 मिमी वर्षा हुई, जबकि जामतारा, खरसेमा, पापुंकी, तोपचांची में 20-20 मिमी और रामगढ़, गोमिया और बोकारो में 10-10 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गयी.
ज्ञात हो कि साहिबगंज एकमात्र जिला है, जहां सामान्य से एक फीसदी अधिक बारिश हुई है. दुमका, पूर्वी सिंहभूम, लोहरदगा, पलामू, सिमडेगा और पश्चिमी सिंहभूम में 4 फीसदी से 19 फीसदी तक कम बारिश रिकॉर्ड की गयी है. यानी इन 6 जिलों में सामान्य वर्षापात हुई है.
शेष 18 जिलों में सामान्य से कम बारिश हुई है. गोड्डा में मॉनसून के दौरान 62 फीसदी कम बारिश हुई, तो गढ़वा में 55 फीसदी, पाकुर में 53 फीसदी, चतरा में 45 फीसदी, लातेहार में 44 फीसदी, देवघर में 43 फीसदी, खूंटी में 42 फीसदी और हजारीबाग में 40 फीसदी तक कम बारिश हुई है.