जज्बे को सलाम : कारगिल के शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए विश्व की आठवीं सबसे ऊंची जगह पहुंचे रांची के मेजर महेश
आर्मी मेडिकल कोर की टीम के सदस्य मोटरसाइकिल से पहुंचे मरसिमिक ला रांची : कारगिल युद्ध के 20 साल पूरा होने पर शहीदों को श्रद्धांजलि देने आर्मी मेडिकल कोर की एक टीम मोटरसाइकिल से विश्व की आठवीं सबसे ऊंचाई वाले स्थान पर पहुंची. आठ सदस्यीय टीम की यात्रा लेह से शुरू हुई थी. करीब 1505 […]
आर्मी मेडिकल कोर की टीम के सदस्य मोटरसाइकिल से पहुंचे मरसिमिक ला
रांची : कारगिल युद्ध के 20 साल पूरा होने पर शहीदों को श्रद्धांजलि देने आर्मी मेडिकल कोर की एक टीम मोटरसाइकिल से विश्व की आठवीं सबसे ऊंचाई वाले स्थान पर पहुंची. आठ सदस्यीय टीम की यात्रा लेह से शुरू हुई थी. करीब 1505 किलोमीटर की दूरी तय कर समुद्र तल से 18953 फीट की ऊंचाई पर (मरसिमिक ला) पहुंचे. इस टीम में झारखंड के मेजर महेश महतो भी थे, जो रांची के रहनेवाले हैं.
यह विश्व का सबसे ऊंचा मोटरसाइकिल चलाने लायक स्थान है. इस टीम में आर्मी मेडिकल कोर के दो कर्नल, दो मेजर, एक कैप्टन और दो जवान थे. टीम के सदस्यों ने इस ऊंचाई पर पहुंचकर वैसे शहीदों को श्रद्धांजलि दी, जिन्होंने देश के लिए अपनी जान कुर्बान कर दी थी.
यात्रा पूरी तरह साहसिक थी. पूरी यात्रा दुर्गम पहाड़ों से होकर गुजरी. सेना ने जानकारी दी है कि इस तरह का अभियान पूर्व में नहीं हुआ था. 31 अगस्त को इस यात्रा को लेफ्टिनेंट जनरल वाइके जोशी ने झंडा दिखा कर रवाना किया था. पूरी यात्रा पांच दिनों में पूरी हुई. पांच दिनों में अभियान के सभी सदस्य खुर्दांग ला, सेसर ला, वारी ला, चांग ला, मरसिमिक ला, ककसांग ला, फोटी ला और तलांग ला से होकर गुजरी. टीम के लीडर कर्नल राजेश थे.
दूसरे ही दिन 21 किमी का हाफ मैराथन दौड़े थे महेश
मेजर महेश महतो करीब 1505 किमी की मोटरसाइकिल दूरी तय करने के दूसरे दिन ही मैराथन दौड़ने चले गये थे. लद्दाख में आयोजित मैराथन में उन्होंने 21 किमी की दौड़ लगायी थी. इसमें रांची के ही एक युवक प्रवीर महतो ने भी हिस्सा लिया था.