19.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

आंगनबाड़ी सेविकाओं पर पुलिस ने भांजीं लाठियां, मांगों को लेकर डेढ़ महीनों से हैं आंदोलनरत

रांची : झारखंड की राजधानी रांची में प्रदर्शन कर रही आंगनबाड़ी सेविकाओं पर पुलिसकर्मियों ने जमकर लाठी भांजी है, पुलिस ने लाठीचार्ज तब किया जब महिलाएं मुख्यमंत्री आवास घेरने जा रहीं थी. हालांकि इस लाठीचार्ज में किसी महिला के गंभीर रूप से घायल होने की खबर अबतक नहीं है. आंगनबाड़ी कर्मी 16 अगस्त से हड़ताल […]

रांची : झारखंड की राजधानी रांची में प्रदर्शन कर रही आंगनबाड़ी सेविकाओं पर पुलिसकर्मियों ने जमकर लाठी भांजी है, पुलिस ने लाठीचार्ज तब किया जब महिलाएं मुख्यमंत्री आवास घेरने जा रहीं थी. हालांकि इस लाठीचार्ज में किसी महिला के गंभीर रूप से घायल होने की खबर अबतक नहीं है. आंगनबाड़ी कर्मी 16 अगस्त से हड़ताल पर हैं, वहीं 15 सितंबर से 10 कर्मी भूख हड़ताल पर हैं.

सोमवार को भूख हड़ताल पर बैठी एक सेविका की हालत बिगड़ी, तो उसे सदर अस्पताल पहुंचाया गया. भूख हड़ताल कर रही सेविकाओं की तबीयत रह-रह कर बिगड़ रही है, इन्हें देखने तथा अस्पताल पहुंचाने के लिए धरनास्थल पर 108 एंबुलेंस और स्वास्थ्य कर्मी 24 घंटे तैनात हैं.दूसरी तरफ सरकार ने इन्हें सात दिन में काम पर लौटने अन्यथा कार्रवाई झेलने का अल्टीमेटम दिया है.

सरकार के इस फैसले के बाद आंगनबाड़ी सेविकाएं तथा उनके संघ के पदाधिकारियों ने शुक्रवार को महापंचायत आयोजित कर कहा था कि अगर सरकार में हिम्मत है, तो उन्हें चयन मुक्त कर दे, लेकिन हड़ताल जारी रहेगी.अब झारखंड प्रदेश आंगनबाड़ी वर्कर्स यूनियन ने कहा है कि वह राजभवन के समक्ष धरना स्थल पर आज यानी 24 सितंबर को सरकार के उपरोक्त आदेश की प्रतियां फाड़ने के बाद मुख्यमंत्री आवास घेरने जा रहीं थी तभी उन पर लाठियां भांजीं गयी .

वहीं 25 सितंबर को यूनियन की मांग व सरकार के रवैये पर अंतिम निर्णय लिया जाने की बात भी इन्होंने कही. मानदेय वृद्धि (सेविका को 1400 रुपये अतिरिक्त मानदेय के बजाय पांच हजार तथा सेविका व लघु आंगनबाड़ी सेविका को 700 रुपये के बजाय 2500 रुपये) सहित विभिन्न मांगों के समर्थन में यह विरोध प्रदर्शन हो रहा है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें