बीएयू में छात्रों ने किया जोरदार हंगामा धक्का-मुक्की पर पुलिस ने भांजी लाठी

कृषि सेवा व संवर्ग में नियुक्तियों में तरजीह नहीं मिलने का आरोप बीएयू मुख्यालय, कृषि अभियंत्रण विभाग, कृषि कॉलेज, स्टाफ बस व मृदा विज्ञान विभाग में तालाबंदी पुलिस कार्रवाई में छात्रा सहित दो को चोट लगी रांची : बीएयू अंतर्गत एग्रीकल्चर के विद्यार्थियों ने नौकरी की मांग को लेकर बुधवार को जमकर हंगामा किया. विवि […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 26, 2019 8:57 AM
कृषि सेवा व संवर्ग में नियुक्तियों में तरजीह नहीं मिलने का आरोप
बीएयू मुख्यालय, कृषि अभियंत्रण विभाग, कृषि कॉलेज, स्टाफ बस व मृदा विज्ञान विभाग में तालाबंदी
पुलिस कार्रवाई में छात्रा सहित दो को चोट लगी
रांची : बीएयू अंतर्गत एग्रीकल्चर के विद्यार्थियों ने नौकरी की मांग को लेकर बुधवार को जमकर हंगामा किया. विवि मुख्यालय सहित कॉलेज, अभियंत्रण व मृदा विभाग में शिक्षकों और कर्मचारियों को बाहर निकाल कर तालाबंदी कर दी. स्टाफ बस को भी रोक दिया. विवि अंतर्गत दामोदर गेस्ट हाउस में आइसीएआर की चल रही बैठक में हंगामा किया गया.
इस मौके पर पहुंची पुलिस से भी छात्र उलझ पड़े. धक्का-मुक्की और तोड़फोड़ किये जाने पर पुलिस को लाठी भांजनी पड़ी. जिससे वहां भगदड़ की स्थिति उत्पन्न हो गयी. इस दौरान एक छात्रा जया सहित छात्र सत्यम राज को हल्की चोट आयी. पुलिस के काफी समझाने के बाद भी छात्र देर शाम तक कॉलेज गेट के समक्ष धरना पर बैठ गये.
कृषि सेवा व संवर्ग में नियुक्ति पर उठाया सवाल : प्रदर्शन कर रहे विद्यार्थियों का कहना था कि वर्ष 1989 के बाद से झारखंड में राज्य कृषि सेवा में नियुक्ति नहीं हुई है. राज्य गठन के बाद भी कृषि संवर्ग के पदों पर कोई नियमित नियुक्तियां नहीं हुई है.
सरकार ने प्रखंड स्तर के कृषि संवर्ग के पदों पर नियमित नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू की है. ये सभी पदें कृषि स्नातकों के लिए होती हैं, लेकिन सरकार ने इन पदों पर सामान्य स्नातकों की भी पात्रता का प्रावधान कर दिया है, जो अनुचित है. इससे कृषि विषय के छात्र एक बार फिर ठगे से महसूस कर रहे हैं. उन्हें अपना भविष्य अंधकारमय नजर आ रहा है.
अधिकारियों के समझाने का भी नहीं हुआ असर
हंगामा को देखकर कांके थाना की पुलिस व बीएयू के अधिकारियों ने विद्यार्थियों को काफी समझाने का प्रयास किया, लेकिन वह हंगामा करते रहे. कांके थाना इंस्पेक्टर विनय कुमार सिंह, एएसआइ अरविंद सिंह और सोमाय मरांडी से भी उलझ पड़े, लेकिन पुलिस ने संयम से काम लिया.
लगभग एक बजे पुलिस ने अतिरिक्त एक बटालियन महिला व पुरुष के जवान बुलाकर तैनात कर दिये. इसके बाद सभी विद्यार्थी पोस्टर लेकर दामोदर गेस्ट हाउस में भी तालाबंदी कर नारेबाजी करते हुए धरना पर बैठे रहे. यहां कुलपति डॉ आरएस कुरील, डीन डॉ एमएस यादव, डॉ डीके रूसिया, डॉ आलोक पांडेय ने भी छात्रों को काफी समझाने का प्रयास किया. शाम में बारिश होने की वजह छात्र धरना स्थल से उठ कर चले गये.
नियोजन व नियुक्ति सरकार के जिम्मे : वीसी
प्रभारी कुलपति डॉ आरएस कुरील ने कहा कि विवि शिक्षा देने का केंद्र है. नियोजन व नियुक्ति राज्य व केंद्र सरकार के जिम्मे है. विवि ने छात्रों की समस्याओं और नियोजन को लेकर राजभवन, मुख्यमंत्री, कृषि मंत्री, कृषि सचिव व कार्मिक सचिव को पत्र देकर पहले ही अवगत करा दिया है. राज्य गठन के बाद से सरकार के स्तर से कृषि स्नातक व स्नातकोत्तर विद्यार्थियों की नियुक्ति नहीं हुई है. विवि भी चाहता है कि छात्र हित में इन्हें भी नियुक्ति प्रक्रिया में शामिल किया जाये.
विद्यार्थियों ने कहा : जारी रहेगा आंदोलन
विद्यार्थियों ने कहा कि वे लोग शांतिपूर्ण ढंग से आंदोलन कर रहे थे. गेस्ट हाउस में पहुंची पुलिस ने बिना दंडाधिकारी व महिला कांस्टेबल के छात्र-छात्राअों पर लाठी चलायी है.
जिससे उन्हें चोटें आयी हैं. उनकी मांगें जब तक पूरी नहीं होती हैं, छात्रों का आंदोलन जारी रहेगा. छात्र पोस्टर पर सरकार विरोधी नारे, कृषि मंत्री इस्तीफा दो, कृषि स्नातकों को नौकरी दो आदि नारे लिखकर धरना पर बैठ गये. इस मौके पर वह लगातार आक्रोश का इजहार कर रहे थे. छात्र जेएसएससी द्वारा निकले गये नियुक्ति विज्ञापन को रद्द करने की मांग कर रहे हैं. उनकी ओर नियुक्ति प्रक्रिया को लेकर ही सवाल उठाये जा रहे हैं. सरकार पर उपेक्षा करने का आरोप लगाया जा रहा है.

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