स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को करें लागू

नयी दिल्ली. लोकसभा में शुक्रवार को कृषि क्षेत्र के संकट को दूर करने के लिए एमएस स्वामीनाथन के नेतृत्ववाले राष्ट्रीय कृषक आयोग की सिफारिशों को लागू करने की मांग उठी. स्वाभिमानी शेटकरी संगठन के राजू शेट्टी ने शुक्रवार को होनेवाले गैर-सरकारी काम-काज के तहत 18 जुलाई, 2014 को राष्ट्रीय कृषक आयोग की सिफारिशों के कार्यान्वयन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 1, 2014 6:00 PM

नयी दिल्ली. लोकसभा में शुक्रवार को कृषि क्षेत्र के संकट को दूर करने के लिए एमएस स्वामीनाथन के नेतृत्ववाले राष्ट्रीय कृषक आयोग की सिफारिशों को लागू करने की मांग उठी. स्वाभिमानी शेटकरी संगठन के राजू शेट्टी ने शुक्रवार को होनेवाले गैर-सरकारी काम-काज के तहत 18 जुलाई, 2014 को राष्ट्रीय कृषक आयोग की सिफारिशों के कार्यान्वयन के बारे में निजी संकल्प पेश किया था. उन्होंने इस पर शुक्रवार को चर्चा को आगे बढ़ाते हुए कहा कि पूर्व की यूपीए सरकार ने 72 हजार करोड़ रुपये के किसान ऋण माफी की घोषणा की थी, लेकिन सदन में एक सवाल के जवाब में हाल में वित्त मंत्री ने बताया कि 52 हजार करोड़ रुपये की ऋण माफी हुई. अब सवाल है कि 20 हजार करोड रुपये कहां गया? उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षों में हमारे किसानों ने अनाज उत्पादन बढ़ाया है, हालांकि इस अवधि में उन्हें डीजल की कीमतों में वृद्धि, बिजली की कमी, उर्वरकों की कीमतों में वृद्धि जैसी स्थितियों का सामना करना पड़ा.

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