विधानसभा चुनाव : भाजपा सांसदों का बनेगा रिपोर्ट कार्ड चुनाव में लगाना होगा जोर
विस चुनाव में पार्टी को लीड दिलाने का मिला टास्क रांची : विधानसभा चुनाव में भाजपा सांसदों का भी रिपोर्ट कार्ड बनेगा़ विधानसभा चुनाव के मद्देनजर संगठन ने सांसदों को भी टास्क दिया है़ राज्य की 14 में से 12 लोकसभा सीटों पर भाजपा का कब्जा है़ सांसदों को अपने-अपने संसदीय क्षेत्र में पड़नेवाले विधानसभा […]
विस चुनाव में पार्टी को लीड दिलाने का मिला टास्क
रांची : विधानसभा चुनाव में भाजपा सांसदों का भी रिपोर्ट कार्ड बनेगा़ विधानसभा चुनाव के मद्देनजर संगठन ने सांसदों को भी टास्क दिया है़ राज्य की 14 में से 12 लोकसभा सीटों पर भाजपा का कब्जा है़ सांसदों को अपने-अपने संसदीय क्षेत्र में पड़नेवाले विधानसभा सीटों पर जोर लगाना है़ पार्टी प्रत्याशी की जीत सुनिश्चित करने में भूमिका निभानी होगी़ राज्य के सांसदों को अपने-अपने क्षेत्र में कैंप करने को कहा गया है
पार्टी प्रत्याशियों और कार्यकर्ताओं से समन्वय बनाने को कहा गया है़ चुनावी अभियान से लेकर बूथ स्तर पर संगठन के कामकाज की मॉनिटरिंग करनी है़ प्रदेश नेतृत्व ने सांसदों से कहा है कि वह चुनाव के दौरान संसदीय क्षेत्र में पड़नेवाले विधानसभा क्षेत्र में जुटे़ं वोटरों की गोलबंदी बनाये़ं लोकसभा चुनाव की तरह ही विस चुनाव की हवा काे पक्ष में करे़ं जिन दो सीटों पर पार्टी का कब्जा नहीं है, वहां राज्यसभा सांसदों को जिम्मा दिया गया है़ राजमहल और चाईबासा सीट भाजपा के पास नहीं है़ राजमहल सीट पर राज्यसभा सांसद महेश पोद्दार और चाईबासा सीट पर समीर उरांव को जवाबदेही दी गयी है़
सीएम ने सांसदों को विधानसभा क्षेत्र में फोकस करने को कहापिछले दिनों प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक में मुख्यमंत्री रघुवर दास ने सांसदों से अपने-अपने क्षेत्र में कैंप करने को कहा था़ उनसे कहा गया था कि विधानसभा क्षेत्र में फोकस करें. जमीनी स्तर पर चुनावी अभियान को लेकर जाये़ं मुख्यमंत्री ने कहा था कि विधानसभा चुनाव को पूरी गंभीरता से लेना है़ सांसदों की जवाबदेही भी सुनिश्चित होगी़
लोकसभा चुनाव में विधानसभा की 57 सीटों पर मिली थी बढ़त
लोकसभा चुनाव में भाजपा को विधानसभा की 81 में से 57 सीटों पर बढ़त मिली थी़ पार्टी की नजर इन सीटों पर है़ लोकसभा चुनाव में मिली सफलता को कायम रखना चाहते है़ं सांसदों को विधानसभा चुनाव में भी इन सीटों पर बढ़त दिलाने की रणनीति बनानी होगी़ इन सीटों पर चुनावी हवा को फिर से पार्टी के पक्ष में करने की चुनौती है़