रांची : डेंटल कॉलेज में बोन ग्राफ्टिंग व फ्लैप सर्जरी से पायरिया का नि:शुल्क इलाज

रांची : रिम्स डेंटल कॉलेज के पेरियोडाॅन्टोलॉजी विभाग में पारयरिया का इलाज अत्याधुनिक विधि बोन ग्राफ्टिंग व फ्लैप विधि से किया जा रहा है. मरीजों को यह सुविधा नि:शुल्क मिल रही है. विभाग में अब तक 50 पायरिया की गंभीर समस्या वाले मरीजों का इलाज इस नयी तकनीक से किया जा चुका है. विभागाध्यक्ष डॉ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 4, 2019 7:25 AM
रांची : रिम्स डेंटल कॉलेज के पेरियोडाॅन्टोलॉजी विभाग में पारयरिया का इलाज अत्याधुनिक विधि बोन ग्राफ्टिंग व फ्लैप विधि से किया जा रहा है. मरीजों को यह सुविधा नि:शुल्क मिल रही है. विभाग में अब तक 50 पायरिया की गंभीर समस्या वाले मरीजों का इलाज इस नयी तकनीक से किया जा चुका है.
विभागाध्यक्ष डॉ विवेक गुप्ता ने बताया कि पायरिया के थर्ड स्टेज की समस्या लेकर आये मरीजों के लिए बोन ग्राफ्टिंग व फ्लैप सर्जरी बेहतर इलाज है. अगर मरीज समय पर इलाज के लिए नहीं अा जाता है, तो दांत निकालने के अलावा कोई अन्य विकल्प नहीं बचता है. डॉ विवेक ने बताया कि निजी डेंटल क्लिनिक में बोन ग्राफ्टिंग और फ्लैप सर्जरी के इलाज के लिए मरीजों से चार से पांच हजार रुपये लग जाते हैं.
वहीं, रिम्स में इस इलाज के लिए किसी प्रकार शुल्क नहीं देना पड़ता है. मरीज को इलाज के बाद दवाएं भी मुफ्त में मुहैया करायी जाती हैं. हमारी योजना है कि लेजर से मसूड़ों का इलाज व इंप्लांट की सुविधा शीघ्र शुरू की जाये. ओपीडी में प्रतिदिन 50 से ज्यादा मरीज मसूड़े की समस्या का इलाज कराने आते हैं, जिसमें चार से पांच में बोन ग्राफ्टिंग की जरूरत पड़ती है.

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