झारखंड में आठ वर्षों में तेजी से बढ़ा है उच्च शिक्षा में नामांकन, बिहार व छत्तीसगढ़ से आगे पर उत्तराखंड से है पीछे
ऑल इंडिया सर्वे ऑफ हायर एजुकेशन की रिपोर्ट रांची : झारखंड में पिछले आठ वर्षों में उच्च शिक्षा में सकल नामांकन अनुपात में तेजी से बढ़ोतरी हुई है. देश में उच्च शिक्षा में नामांकन अनुपात में हो रही बढ़ोतरी की तुलना में झारखंड में रफ्तार अधिक है. भारत सरकार द्वारा वर्ष 2018-19 के लिए जारी […]
ऑल इंडिया सर्वे ऑफ हायर एजुकेशन की रिपोर्ट
रांची : झारखंड में पिछले आठ वर्षों में उच्च शिक्षा में सकल नामांकन अनुपात में तेजी से बढ़ोतरी हुई है. देश में उच्च शिक्षा में नामांकन अनुपात में हो रही बढ़ोतरी की तुलना में झारखंड में रफ्तार अधिक है.
भारत सरकार द्वारा वर्ष 2018-19 के लिए जारी ऑल इंडिया सर्वे ऑफ हायर एजुकेशन की रिपोर्ट में यह बात सामने आयी है. रिपोर्ट में वर्ष 2011-12 से 2018-19 तक के उच्च शिक्षा के नामांकन अनुपात की जानकारी दी गयी है. रिपोर्ट पिछले दिनों केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री ने दिल्ली में जारी की थी. झारखंड में वर्ष 2011-12 में सकल नामांकन अनुपात (जीइआर) 9.9 था, जो वर्ष 2018-19 में बढ़ कर 19.1 हो गया है.
इन आठ वर्षों में झारखंड में उच्च शिक्षा में नामांकन अनुपात में 9.2 फीसदी की बढ़ोतरी हुई, जबकि इस दौरान राष्ट्रीय स्तर पर उच्च शिक्षा में औसत बढ़ोतरी 5.5 दर्ज की गयी है. इस दौरान नामांकन में सबसे अधिक बढ़ोतरी वर्ष 2011-12 से 2012-13 के बीच दर्ज की गयी. वर्ष 2011-12 में उच्च शिक्षा में राष्ट्रीय स्तर पर नामांकन अनुपात 20.8 था, जो वर्ष 2018-19 में बढ़ कर 26.3 हो गया. झारखंड में नामांकन अनुपात राष्ट्रीय अनुपात से अभी भी कम है.
एसटी के नामांकन अनुपात में 5.6 से 13.7 हुआ : उच्च शिक्षा में अनुसूचित जनजाति (एसटी)कोटि के विद्यार्थियों के नामांकन में भी तेजी से बढ़ोतरी हुई है. वर्ष 2011-12 में राज्य में अनुसूचित जनजाति के विद्यार्थियों का नामांकन अनुपात 5.6 था, जो वर्ष 2018-19 में बढ़कर 13.7 हो गया है. वर्ष 2011-12 में राज्य में अनुसूचित जाति(एससी) के विद्यार्थियों का उच्च शिक्षा में नामांकन अनुपात 9.9 था, जो वर्तमान में बढ़ कर 18.7 हो गया है.
सरकार के प्रयास का परिणाम : उच्च शिक्षा में नामांकन अनुपात बढ़ाने के लिए हाल के वर्षों में सरकार द्वारा कई प्रयास किये गये हैं. विश्वविद्यालय और कॉलेजों में द्वितीय पाली में पढ़ाई शुरू की गयी है. राज्य में सरकारी विश्वविद्यालय के साथ-साथ निजी विश्वविद्यालय भी खोले गये हैं. रांची कॉलेज को डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय में अपग्रेड किया गया. विनोद बिहारी महतो विश्वविद्यालय धनबाद की स्थापना की गयी. राज्य में मॉडल कॉलेज, महिला महाविद्यालय व वैसे विधानसभा क्षेत्र, जहां डिग्री कॉलेज नहीं है, वहां डिग्री कॉलेज खोला जा रहा है.
गत आठ साल में देश में 5.5 तो झारखंड में 9.2 फीसदी की बढ़ोतरी
वर्ष 2011-12 में झारखंड में उच्च शिक्षा में सकल नामांकन अनुपात 9.9 था, इस वर्ष 19.1 पर पहुंचा
वर्ष 2011-12 में देशभर का नामांकन अनुपात 20.8 था, वर्तमान में 26.3 है
उच्च शिक्षा में सकल नामांकन अनुपात
वर्ष देश झारखंड
2011-12 20.8 9.9
2012-13 21.15 12.1
2013-14 23.0 13.1
2014-15 24.3 15.4
2015-16 24.5 15.5
2016-17 25.2 17.7
2017-18 25.8 18.0
2018-19 26.3 19.1
बिहार व छत्तीसगढ़ से आगे पर उत्तराखंड से पीछे
उच्च शिक्षा में नामांकन अनुपात में झारखंड, बिहार व छत्तीसगढ़ से तो आगे हैं, पर उत्तराखंड से काफी पीछे है. बिहार का नामांकन अनुपात 13.6, छत्तीसगढ़ का 18.6 व उत्तराखंड का 39.1 है.