सनिपरब मेंलोकगीत व नृत्य की धूम
तसवीर विमल देव की हैसंवाददाताकला-संस्कृति खेलकूद एवं युवा कार्य विभाग का आयोजनस्थापित कलाकारों के साथ नवोदित कलाकारों को भी मिला प्रदर्शन का मौकारांची : कला-संस्कृति खेलकूद एवं युवा कार्य विभाग के तत्वावधान में आयोजित सनि परब के दूसरे संस्करण की शुरुआत शनिवार को हुई. सनि परब में झारखंडी लोकगीत व नत्य की धूम रही. होटवार […]
तसवीर विमल देव की हैसंवाददाताकला-संस्कृति खेलकूद एवं युवा कार्य विभाग का आयोजनस्थापित कलाकारों के साथ नवोदित कलाकारों को भी मिला प्रदर्शन का मौकारांची : कला-संस्कृति खेलकूद एवं युवा कार्य विभाग के तत्वावधान में आयोजित सनि परब के दूसरे संस्करण की शुरुआत शनिवार को हुई. सनि परब में झारखंडी लोकगीत व नत्य की धूम रही. होटवार स्थित डॉ रामदयाल मंुडा कला भवन में इसका उद्घाटन विभाग के निदेशक ददन चौबे, सहायक निदेशक विजय पासवान व कलाकार मुकंुद नायक ने किया. मौके पर विभाग के निदेशक ददन चौबे ने कहा कि सनि परब के माध्यम से झारखंड के उन कलाकारों को प्रोत्साहन देने का प्रयास किया जा रहा है, जिन्हें अभी तक कला के प्रदर्शन के लिए मंच नहीं मिला है. यहां स्थापित कलाकारों के साथ नवोदित कलाकारों को भी अपनी कला का प्रदर्शन करने का मौका दिया जा रहा है. सांस्कृतिक कार्यक्रम में पहली प्रस्तुति गुमला के शंकर नायक की थी. उनके दल ने नागपुरी नृत्य की प्रस्तुति की. उसके बाद सरायकेला के तपन पटनायक के दल ने छऊ नृत्य की प्रस्तुति की. इसमें पहला नृत्य अर्द्धनारीश्वर (भगवान शिव) को समर्पित था. दूसरा नृत्य कार्तिकेय के जन्म के पूर्व की घटना पर आधारित था. इसके बाद संथाल नृत्य की प्रस्तुति हुई. विपुल नायक के ग्रुप में पिया मेहंदी लियादा मोती झील से..गीत पर इशिका तिवारी, अदिती कुमारी सहित अन्य ने क्लासिकल नृत्य की प्रस्तुति की. दुमका से आयी सविता कच्छप ने कलश नृत्य से मन मोहा. अंत में मृणालिणी अखौरी ने अपने सुगम संगीत से सुरों का समां बांधा. कार्यक्रम का संचालन कमल बोस एवं राजश्री ने किया.