ढाई घंटे बंद रहा बिरसा चौक गेट, लोग हलकान

लोगों ने जान हथेली पर रख कर रेलवे ट्रैक पार कियाफोटो : कौशिक संवाददाता, रांचीझारखंड प्रदेश आंगनबाड़ी वर्कर्स यूनियन ने 15 सूत्री मांगों को लेकर शनिवार को विधानसभा का घेराव किया. इस कारण बिरसा चौक मुख्य द्वार ढाई घंटे से अधिक समय तक बंद कर दिया गया. इससे स्टेशन रोड और बिरसा चौक से आने-जाने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 2, 2014 10:01 PM

लोगों ने जान हथेली पर रख कर रेलवे ट्रैक पार कियाफोटो : कौशिक संवाददाता, रांचीझारखंड प्रदेश आंगनबाड़ी वर्कर्स यूनियन ने 15 सूत्री मांगों को लेकर शनिवार को विधानसभा का घेराव किया. इस कारण बिरसा चौक मुख्य द्वार ढाई घंटे से अधिक समय तक बंद कर दिया गया. इससे स्टेशन रोड और बिरसा चौक से आने-जाने वाले लोग काफी परेशान रहे. लोगों को जान जोखिम में डाल कर रेलवे ट्रैक पार करना पड़ा. स्थानीय लोगों ने मोटरसाइकिल को रेलवे ट्रैक पार करने मदद करने के एवज में 10 से 20 रुपया लिया. वहीं विकलांग, बुजुर्ग लोगों को उनके परिजनों ने पीठ पर उठा कर रेलवे ट्रैक पार कराया. जाम में कई स्कूली बस फंस गये थे. इसके कारण वाहनों को लंबा चक्कर लगा कर धुर्वा जाना पड़ा. धुर्वा की ओर से आने वाले वाहन बाइ पास रोड से मेकन कॉलोनी होते हुए डोरंडा निकल रहे थे. यही स्थिति मेन रोड से आने वाले वाहनों की थी. वाहन डोरंडा से मेकन कॉलोनी होते हुए बाइ पास रोड निकल रहे थे. दोपहर करीब 2.30 बजे यूनियन ने अपनी मांगों से संबंधित एक मांग पत्र राज्य सरकार को सौंपा. सरकार के प्रतिनिधि के आश्वासन के बाद प्रदर्शनकारी वहां से हटे.पैदल आने-जाने वालों के लिए खुला था गेट बिरसा चौक में प्रदर्शन होने के कारण बड़ा गेट दोपहर 12.00 बजे से दोपहर 2.30 बजे तक बंद रहा. मुख्य गेट के पास छोटे गेट से लोग आ-जा रहे थे. यहां भी लोगों की लंबी लाइन लगी थी. अधिकांश लोगों को इसकी जानकारी नहीं होने के कारण लोग रेलवे लाइन पार कर आना-जाना कर रहे थे.============झारखंड प्रदेश आंगनबाड़ी वर्कर्स यूनियन ने किया प्रदर्शन रांची. 15 सूत्री मांगों को लेकर झारखंड प्रदेश आंगनबाड़ी वर्कर्स यूनियन ने बिरसा चौक में धरना-प्रदर्शन किया. यूनियन ने मांग की है कि आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका के लिए नियमावली बने, सरकारी नौकरी में तृतीय व चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी का दर्जा उन्हें दिया जाये, सेवानिवृत्त आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका को तत्काल दो लाख रुपया और पेंशन मिले, महंगाई भत्ता मिले. प्रदर्शन में प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष मुकुंद प्रसाद सिन्हा, माधुरी पुरी, मीणा चौरसिया, कमला देवी, वीणा सिन्हा सहित दर्जनों आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका थीं. झारखंड वैश्य संघर्ष मोरचा ने दिया धरना रांची. झारखंड वैश्य संघर्ष मोरचा ने सात सूत्री मांगों को लेकर शनिवार को बिरसा चौक में धरना दिया. मोरचा की मुख्य मांगों में झारखंड के तमाम पिछड़ों को 27 प्रतिशत आरक्षण देने, वैश्य आयोग का गठन करने, वैश्य उप जातियों को राष्ट्रीय ओबीसी सूची में शामिल करने, वैश्य उप जातियों को ओबीसी प्रमाणपत्र निर्गत करने, वैश्य समाज के लोगों को सुरक्षा प्रदान करने, झारखंड के बोर्ड-निगमों के गठन में आबादी के अनुपात में 40 प्रतिशत हिस्सा वैश्य समाज को देने की मांग शामिल हैं. धरना को महेश्वर साहू, भोला प्रसाद गुप्ता, मुरारी लाल गुप्ता, गुलाब प्रसाद साहू व अन्य ने भी संबोधित किया. आदिवासी-मूलवासी जनाधिकार मंच का आमरण अनशन शुरू रांची. स्थानीय नीति लागू करने की मांग को लेकर आदिवासी-मूलवासी जनाधिकार मंच ने शनिवार से बिरसा चौक में आमरण अनशन शुरू किया. आमरण अनशन पर कृष्ण चरण कोइरी व नारायण महतो धरना स्थल पर बैठे हैं. वहीं क्रमिक अनशन पर राजू महतो, प्रेम शाही मुंडा, आजम अहमद, कमलेश राम, विश्राम उरांव रहेंगे. कृष्ण चरण कोइरी ने कहा कि स्थानीयता को लागू करना झारखंडियों का कर्तव्य है. उन्होंने कहा कि झारखंड का निर्माण आदिवासी-मूलवासी समुदाय के पहचान, अस्तित्व की रक्षा, कल्याण और विकास के लिए हुआ है. धरना में डॉ आरपी साहू, धर्म गुरु बंधन तिग्गा, राजू महतो, प्रो खालीक अहमद, दीपक महतो, सुशील उरांव, कमलेश राम, एस अली, इशरत आलम, लाल विभय नाथ शाहदेव, प्रवीण सहाय आदि उपस्थित थे.

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