मोदी के नेपाल दौरे का मानवीय पहलु

बच्चे का अभिभावकों से पुनर्मिलन नयी दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को जब नेपाल के दौरे पर जायेंगे, तो इसका मानवीय पहलु भी देखने को मिलेगा – उनके द्वारा एक बच्चे का अपने अभिभावकों से वर्षों बाद मिलन होगा. वह जीत बहादुर को उसके अभिभावकों को व्यक्तिगत रूप से सौंपेंगे, जो बचपन में उन्हें मिला […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 2, 2014 10:02 PM

बच्चे का अभिभावकों से पुनर्मिलन नयी दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को जब नेपाल के दौरे पर जायेंगे, तो इसका मानवीय पहलु भी देखने को मिलेगा – उनके द्वारा एक बच्चे का अपने अभिभावकों से वर्षों बाद मिलन होगा. वह जीत बहादुर को उसके अभिभावकों को व्यक्तिगत रूप से सौंपेंगे, जो बचपन में उन्हें मिला और प्रधानमंत्री ने उसका पालन-पोषण किया. मोदी ने नेपाल की अपनी दो दिवसीय यात्रा की पूर्व संध्या पर शनिवार को कहा, ‘व्यक्तिगत रूप से मेरा नेपाल दौरा काफी विशेष है. इस दौरे से कुछ निजी भावनाएं जुड़ी हुई हैं.’ प्रधानमंत्री ने ट्विट किया, ‘कई वर्ष पहले जीत बहादुर असहाय स्थिति में मिला था. वह कुछ नहीं जानता था कि कहां जाना है, क्या करना है. वह किसी को नहीं जानता था न ही कोई भाषा समझता था.’ उन्होंने कहा, ‘मैंने उसके बारे में सोचना शुरू किया. धीरे-धीरे उसने पढ़ने और खेलने में रुचि दिखाई. उसने गुजराती भाषा भी सीखी.’ मोदी ने कहा कि कुछ समय पहले उन्होंने बहादुर के अभिभावकों का पता लगाया. उन्होंने ट्विट किया, ‘यह इसलिए संभव हो सका कि उसके पैर में छह अंगुलियां हैं.’ प्रधानमंत्री ने कहा, ‘शुक्र है, हम उसके अभिभावकों का पता लगा सके. मैं खुश हूं कि रविवार को अभिभावक अपने बेटे से मिलेंगे.’ ट्विट में इस बात का जिक्र नहीं है कि मोदी की मुलाकात जीत बहादुर से पहली बार कब और कहां हुई और तब एवं अब उसकी उम्र क्या है.

Next Article

Exit mobile version