हम सितंबर में चुनाव लड़ने को हैं तैयार : सुदेश महतो
घाटशिला में आजसू का विधानसभा स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलनफोटो 2 जी-5 सम्मेलन में सुदेश महतो और अन्य और 2 जी-6 सम्मेलन में भाग लेती महिला कार्यकर्ता.- सम्मेलन में जुटी पुरुष तथा महिला कार्यकर्ताओं की भीड़संवाददाता, घाटशिलापूर्वी सिंहभूम स्थित घाटशिला के नेताजी सुभाष नगर भवन में शनिवार को आयोजित आजसू के विधानसभा स्तरीय सम्मेलन में पार्टी सुप्रीमो […]
घाटशिला में आजसू का विधानसभा स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलनफोटो 2 जी-5 सम्मेलन में सुदेश महतो और अन्य और 2 जी-6 सम्मेलन में भाग लेती महिला कार्यकर्ता.- सम्मेलन में जुटी पुरुष तथा महिला कार्यकर्ताओं की भीड़संवाददाता, घाटशिलापूर्वी सिंहभूम स्थित घाटशिला के नेताजी सुभाष नगर भवन में शनिवार को आयोजित आजसू के विधानसभा स्तरीय सम्मेलन में पार्टी सुप्रीमो सुदेश महतो ने कहा कि हम सितंबर माह में ही चुनाव लड़ने को तैयार हैं. विरासत को सुरक्षित रखने के लिए आपके पास 60 दिन का समय शेष है. मर्यादा की लड़ाई को जीवित रखने के लिए अभी से तैयारी शुरू कर दें. राजनीतिक भविष्य की तैयारी हम स्वयं करेंगे. उन्होंने कहा कि बाहर से आने वाले नेताओं की हम बात नहीं सुनेंगे. इस बार का विस चुनाव में आजसू इतिहास में परिवर्तन लाने के लिए लड़ेगी. पंचायत अनुदान से चल रही हैसुदेश महतो ने कहा कि आजसू ने राज्य में 35 वर्षों बाद पंचायत चुनाव कराया, मगर आज पंचायत अनुदान पर चल रही है. पंचायत प्रतिनिधियों को उनके अधिकार के लिए नेताओं से भीख मांगनी पड़ रही है. एक एजेंसी के माध्यम से राज्य में पंचायती राज्य चलायी जा रही है. सुदेश महतो ने कहा कि आजसू मां और माटी को सम्मान देती है. आज के नेताओं को जय झारखंड बोलने में शर्म आती है. 2000 से पूर्व पार्टी के पांच लोग जब सरकारी दफ्तर में जय झारखंड का जयकारा लगाते थे, तो दफ्तर के अधिकारी अपनी गलतियां छुपाने लगते थे.पहचान के लिए सड़क पर उतर रहे हैं श्री महतो ने कहा कि झारखंड में हमारी अपनी पहचान नहीं है. अपनी पहचान के लिए हमें सड़क पर उतरना पड़ रहा है. राज्य बने 14 साल हो गये. मगर राज्य में स्थानीय नीति नहीं बनी. स्थानीय नीति के लिए अब हमें सड़कों पर उतरना पड़ रहा है. सम्मेलन की अध्यक्षता प्रखंड अध्यक्ष इमरान खान ने की. संचालन शेख फारुख ने किया. सम्मेलन में विधायक राम चंद्र सहिस, उमा कांत रजक, चंद्रगुप्त सिंह, जिला परिषद अध्यक्ष सोनिया सामंत, जिप सदस्य राजू कर्मकार, सुखलाल हेंब्रम, नंदू पटेल, तापस चटर्जी, बुद्धेश्वर मुर्मू, कोट्टी नेगी, रवि सिंह, बेला रानी देहुरी, इकबाल सिंह समेत कई हजार कार्यकर्ता उपस्थित थे.