रांची : प्रोमोशन को लेकर विद्युत अभियंताओं ने दिया धरना

रांची : लंबित प्रोमोशन की मांग को लेकर अभियंताओं ने शुक्रवार को झारखंड ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड (जेवीवीएनएल) मुख्यालय के समक्ष धरना दिया. झारखंड पावर इंजीनियर्स एसोसिएशन और झारखंड विद्युत डिप्लोमा अभियंता सेवा संघ से जुड़े सदस्यों ने संयुक्त रूप से प्रदर्शन किया. जेसा के महामंत्री पीके जायसवाल और जेपेसा की महासचिव प्रीतम निशी किड़ो […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 26, 2019 9:02 AM
रांची : लंबित प्रोमोशन की मांग को लेकर अभियंताओं ने शुक्रवार को झारखंड ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड (जेवीवीएनएल) मुख्यालय के समक्ष धरना दिया. झारखंड पावर इंजीनियर्स एसोसिएशन और झारखंड विद्युत डिप्लोमा अभियंता सेवा संघ से जुड़े सदस्यों ने संयुक्त रूप से प्रदर्शन किया. जेसा के महामंत्री पीके जायसवाल और जेपेसा की महासचिव प्रीतम निशी किड़ो ने कहा कि वर्ष 2015-16 से ही अभियंताओं की समयबद्ध प्रोन्नति लंबित है.
संघ ने कहा कि शुक्रवार को उनका ज्ञापन तक लेने के लिए अधिकारी मुख्यालय में मौजूद नहीं थे. प्रभारी प्रबंध निदेशक को प्रतिनिधिमंडल ने ज्ञापन सौंपा. संघ ने कहा कि हमें सभी 700 अभियंताओं का समर्थन हासिल है. प्रबंधन का यही रवैया रहा, तो चरणबद्ध आंदोलन किया जायेगा. कलमबंद हड़ताल और आचार संहिता खत्म होने के बाद पावर सप्लाई ठप करने का काम करेंगे.
विभाग पर दोहरा रवैया अपनाने का आरोप : संघ ने कहा कि विभाग दोहरा रवैया अपना रहा है. हाल ही में 58 अभियंताओं को डिपार्टमेंटल प्रोमोशनल कमेटी (डीपीसी) से हरी झंडी मिलने के बाद इस लिस्ट में शामिल चीफ इंजीनियर केके वर्मा और सुधीर कुमार सिंह को एग्जक्यूटिव डायरेक्टर के पद पर प्रोन्नति दी गयी, जबकि डीपीसी क्लियर करने वाले अभियंताओं की फाइल पर कोई फैसला नहीं लिया गया.
ऊर्जा विभाग में दो तिहाई पद खाली : अभियंता संघ के मुताबिक ऊर्जा विभाग में तकनीकी कर्मचारियों व अभियंताओं के दो तिहाई पद रिक्त हैं. विभाग में रिक्त पदों पर नियुक्ति नहीं हो रही है, जिसका खमियाजा अन्य लोग भुगत रहे हैं. जेबीवीएनएल के तहत लगभग 220 पद एग्जीक्यूटिव इंजीनियर के हैं, लेकिन इसमें से लगभग सौ पद खाली हैं.

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