रिसर्च को प्रोत्साहन के लिए आर टू आर फाउंडेशन

मुंबई. वैज्ञानिकों और शिक्षाविदों के एक समूह ने विदेशों में शिक्षित और प्रशिक्षित भारतीय शोधकर्ताओं के देश लौटने पर सहयोग देने और उनके लिए उपयुक्त काम की तलाश में सहयोग करने के लिए राइट टू रिसर्च (आर टू आर) फाउंडेशन की शुरुआत की है. फाउंडेशन के प्रमुख डॉ जयंत खंडारे ने प्रेट्र से कहा कि […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 3, 2014 4:01 PM

मुंबई. वैज्ञानिकों और शिक्षाविदों के एक समूह ने विदेशों में शिक्षित और प्रशिक्षित भारतीय शोधकर्ताओं के देश लौटने पर सहयोग देने और उनके लिए उपयुक्त काम की तलाश में सहयोग करने के लिए राइट टू रिसर्च (आर टू आर) फाउंडेशन की शुरुआत की है. फाउंडेशन के प्रमुख डॉ जयंत खंडारे ने प्रेट्र से कहा कि काफी संख्या में भारतीय शोधकर्ता एमएस, पीएचडी और पोस्ट डॉक्टरेट फेलोशिप विदेशों से लेकर लौट रहे हैं. काफी शिक्षित एवं प्रशिक्षित होने के बावजूद उनमें से कई को उपयुक्त नौकरी नहीं मिलती या उन्हें शोध का काम नहीं मिलता. उन्होंने कहा कि फाउंडेशन में इसे इंटेलिजेंट रिवर्स ब्रेन ड्रेन कहा जाता है. इसलिए ऐसे शोधकर्ताओं को काम मुहैया कराने के उद्देश्य से फाउंडेशन की स्थापना की गयी है. इसने पुणे के हिंजीवाडी बायोटेक पार्क के नजदीक काम करना शुरू किया है.

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