झारखंड विधानसभा चुनाव 2019 : जन आक्रोश रैली में कांग्रेस ने भाजपा को उखाड़ फेंकने का लिया संकल्प

कांग्रेस की सरकार बनी, तो माफ करेंगे किसानों का कर्ज रांची : कांग्रेस की जन आक्रोश रैली में कार्यकर्ताओं ने भाजपा सरकार को उखाड़ फेंकने का संकल्प लिया. विधानसभा सभा मैदान में दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल की प्रमंडलीय रैली में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ रामेश्वर उरांव ने कई वायदे किये. कहा कि हमारी सरकार बनी, तो […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 31, 2019 8:18 AM
कांग्रेस की सरकार बनी, तो माफ करेंगे किसानों का कर्ज
रांची : कांग्रेस की जन आक्रोश रैली में कार्यकर्ताओं ने भाजपा सरकार को उखाड़ फेंकने का संकल्प लिया. विधानसभा सभा मैदान में दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल की प्रमंडलीय रैली में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ रामेश्वर उरांव ने कई वायदे किये.
कहा कि हमारी सरकार बनी, तो सबसे पहले किसानों के कर्ज की माफी करेंगे. आज राज्य के अधिकांश किसानों पर एक से ढ़ाई लाख रुपये का कर्ज है. पिछले चुनाव में भाजपा ने किसानों की आय को दोगुनी करने का वायदा किया था, लेकिन आज वे छले हुए महसूस कर रहे हैं. साथ ही विवश होकर आत्महत्या कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि जिस उद्देश्य को लेकर जमीन ली गयी है, अगर पांच साल में पूरा नहीं होगा, तो वह जमीन रैयतों को वापस करायी जायेगी. स्कूल-कॉलेज के छात्र-छात्रों की छात्रवृत्ति को नियमित करेंगे. छह माह के अंदर सभी रिक्त पदों को भरा जायेगा. उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने पिछले पांच साल में जनता को झूठे सपने दिखाये. राज्य के 28 प्रतिशत आदिवासी आक्रोशित हैं. वैसे आदिवासी जिनके पास जमीन नहीं है, उनका सर्टिफिकेट नहीं रहा है. इनके समक्ष अपने पहचान का संकट उत्पन्न हो गया है.
पूर्व सांसद चंद्रशेखर दूबे ने कहा कि जनता भाजपा को वोट देकर पछता रही है. सांसद गीता कोड़ा ने कहा कि रघुवर सरकार के पांच साल में जनता ने सिर्फ झूठ, फरेब, छल, कपट देखा है. हक देने की जगह सरकार की ओर से बहनों पर लाठी बरसायी जा रही है. कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रणव झा ने कहा कि अब भाजपा सरकार को उखाड़ फेंकने का समय आ गया है. देश में आर्थिक मंदी व उदासी का माहौल है.
कारखाने बंद हो रहे हैं. युवा बेरोजगार हैं. किसान आत्महत्या कर रहे हैं. पिछले पांच साल में झारखंड की छवि धूमिल हुई है. पूर्व मंत्री गीताश्री उरांव ने कहा सरकार की योजना धरातल पर उतरने की जगह पोस्टर-बैनर में सिमट कर रह गयी है. रैली में विधायक नमन विक्सल कोंगाड़ी, कार्यकारी अध्यक्ष राजेश ठाकुर, केशव महतो कमलेश, मानस सिन्हा, प्रवक्ता आलोक दूबे, शमशेर आलम, प्रो िवनोद िसंह, सुनील िसंह, लाल किशोर नाथ शाहदेव, मो तौसिफ, रवींद्र सिंह, अरुण साहू, नियेल तिर्की, जलेश्वर महतो, गुंजन सिंह, अविलाश साहू, रमा खलखो समेत विभिन्न जिलों के अध्यक्ष व कार्यकर्ता मौजूद थे.
शिक्षक व सेविका-सहायिका का बढ़ायेंगे मानदेय : आलमगीर
कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम ने कहा कि पिछले पांच साल में सरकार ने पारा टीचर, मदरसा शिक्षकों व आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका को ठगने का काम किया है. इन्हें लुभावने सपने दिखाये जा रहे हैं. इन्हें हक देने की जगह डंडे बरसाये. उत्तर प्रदेश में आंगनबाड़ी सेविका का मानदेय 12,000 रुपये व सहायिका का 10,000 रुपये है. अगर हमारी सरकार बनी तो उनका मानदेय बढ़ाया जायेगा. साथ ही पारा टीचर व मदरसा शिक्षकों को भी सम्मानजनक मानदेय दिलाया जायेगा.
परिवर्तन चाहते हैं, तो लूट की सरकार से मुक्ति दिलायें : सुबोधकांत सहाय
पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय ने कहा कि बदलाव का माहौल है. अगर आप परिवर्तन चाहते हैं, तो लूट की सरकार से मुक्ति दिलायें. राज्य में जमीन की लड़ाई खत्म नहीं हुई है. सरकार भूमि अधिग्रहण के माध्यम से गरीबों की जमीन लूटने का काम कर रही है. उन्होंने कहा कि राज्य गठन के बाद से सबसे ज्यादा 15 साल तक भाजपा ने शासन किया, लेकिन जनता को राहत नहीं मिल पायी. आज झारखंड की गिनती देश के सबसे पिछले राज्यों में हो रही है. यहां पर तीन दर्जन से ज्यादा लोगों की भूख से मौत हुई. मॉब लिंचिंग शब्द की शुरुआत झारखंड से हुई.
जन आक्रोश रैली बना दावेदारी का अखाड़ा
रांची : कांग्रेस की जन आक्रोश रैली दावेदारी का अखाड़ा बन गया था. विभिन्न विधानसभा सीट से टिकट के दावेदार अपने समर्थकों के साथ जुलूस के रूप में शामिल हुए. साथ ही संबंधित नेता के पक्ष में जम कर नारेबाजी की. ऐसे नेताओं को पार्टी की ओर से मंच से बोलने का मौका भी दिया गया. नेताओं ने शक्ति प्रदर्शन कर अपनी दावेदारी मजबूत की.
कई दावेदार गाजे-बाजे के साथ रैली स्थल पर पहुंचे थे. इनके हाथों में पोस्टर थे, जिसमें नेता व विधानसभा क्षेत्र का नाम दर्ज था. समर्थक रैली के दौरान पोस्टर लेकर मैदान में मौजूद रहे. रैली में लाल प्रेम प्रकाश शाहदेव, विनय सिन्हा दीपू, सुंदरी तिर्की, अजयनाथ शाहदेव, अरुण साहू, आलोक दूबे, बेलस तिर्की, आदित्य विक्रम जायसवाल, राजेश कच्छप समेत कई नेता अपने समर्थकों के साथ पहुंचे थे. बेलस तिर्की प्रभारी आरपीएन सिंह के साथ जुलूस लेकर मैदान में पंहुचे.

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