‘भाई’ मोदी के लिए ‘राखियां’ तैयार कर रही हैं वाराणसी की विधवाएं
वाराणसी. वाराणसी की सैकड़ों वृद्ध विधवाओं के लिए इस बार रक्षाबंधन का त्योहार कुछ खास होगा क्योंकि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 1000 राखियों के साथ ही मिठाइयां भेजने की योजना बनायी है, जो गत मई में हुए आम चुनाव में यहां से जीत दर्ज करके पहली बार लोकसभा पहंुचे हैं. यह इन महिलाओं को […]
वाराणसी. वाराणसी की सैकड़ों वृद्ध विधवाओं के लिए इस बार रक्षाबंधन का त्योहार कुछ खास होगा क्योंकि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 1000 राखियों के साथ ही मिठाइयां भेजने की योजना बनायी है, जो गत मई में हुए आम चुनाव में यहां से जीत दर्ज करके पहली बार लोकसभा पहंुचे हैं. यह इन महिलाओं को समाज की मुख्य धारा में लाने का हिस्सा है जो लंबे समय से समाज से कटी हुई हैं और उन्हें त्योहारों और समारोहों से दूर रखा गया है.इन महिलाओं का एक समूह यहां स्थित बिड़ला और दुर्गाकुंड आश्रमों में भाई और बहन के संबंध के प्रतीक इस त्योहार के लिए रंगबिरंगी राखियां बनाने में व्यस्त हैं. इन महिलाओं में अधिकतर की आयु 80 वर्ष के करीब है. बिड़ला आश्रम में एक ऐसी ही महिला ने कहा, हमने अपने भाई, हमारे प्रधानमंत्री को एक हजार राखियां भेजने का लक्ष्य रखा है. सामाजिक कार्यकर्ता बिंदेश्वरी पाठक का मानना है कि ऐसी पहल से ना केवल ऐसी महिलाओं के जीवन में खुशी आयेगी, बल्कि इससे सामाजिक नजरिये में भी बदलाव लाने में मदद मिलेगी. पाठक ने कहा, पति के निधन के बाद विधवाओं को अभी भी अपने परिवार में अपमान का सामना करना पड़ता है. परिवार में किसी शुभ समारोह में उनके हिस्सा लेने की मनाही होती है. इसके साथ ही उन्हें रंग बिरंगी साडि़यां, गहने नहीं पहनने दिये जाते और उन्हें केवल सफेद वस्त्र पहनने होते हैं.