झारखंड विधानसभा चुनाव 2019 : छठमय हुई राजनीति, राजनेता जुटे सेवा में
रांची : छठ के ठीक बाद झारखंड में विधानसभा चुनाव का आगाज हो जायेगा. चुनाव आयोग किसी भी दिन चुनाव की घोषणा कर सकता है. फिलहाल चुनावी माहौल में नेता छठ के आयोजनों में जुट गये हैं. मंत्री क्षेत्र में छठव्रतियों की सेवा में जुटे हैं. कई दलों के लोग अलग-अलग घाटों की साज-सज्जा कराने […]
रांची : छठ के ठीक बाद झारखंड में विधानसभा चुनाव का आगाज हो जायेगा. चुनाव आयोग किसी भी दिन चुनाव की घोषणा कर सकता है. फिलहाल चुनावी माहौल में नेता छठ के आयोजनों में जुट गये हैं. मंत्री क्षेत्र में छठव्रतियों की सेवा में जुटे हैं.
कई दलों के लोग अलग-अलग घाटों की साज-सज्जा कराने में जुटे हैं. कहीं भजन संध्या का आयोजन होता है तो कहीं जागरण का. बड़े से लेकर छोटे नेता तक छठ में पूरी तन्मयता से जुटे हैं. कहीं थोक दर पर फल व अन्य पूजन सामग्री मंगा कर रियायती दर पर छठव्रतियों को उपलब्ध कराते हैं. कुछ निशुल्क उपलब्ध कराते हैं. स्थिति यह है कि राजधानी में स्थानीय जनप्रतिनिधियों को छोड़ लगभग सभी नेता अपने-अपने क्षेत्र में जुट गये हैं. अब जो भी राजनीतिक गतिविधि होगी, वह छठ के बाद ही होगी.
मुख्यमंत्री खुद हैं सूर्य मंदिर कमेटी के संरक्षक
मुख्यमंत्री रघुवर दास हर वर्ष श्रद्धा भाव से छठ पूजा में शामिल होते हैं. 1995 में पहली बार विधायक बनने के बाद वे सिदगोड़ा, बारा रोड में जैप के एक कार्यक्रम शामिल होने गये थे. इसी दौरान उन्होंने सूर्य मंदिर बनाने की घोषणा की थी. इसके बाद 2002 में यहां सूर्य मंदिर व सोन मंडप का निर्माण कराया गया. पहले यहां एक तालाब में छठ की पूजा होती थी. अब यहां दो तालाब हैं.
मुख्यमंत्री सूर्य मंदिर कमेटी के संरक्षक हैं. यहां पर हर वर्ष पांच हजार लोग अर्घ्य देते हैं. व्यस्त नहीं रहने पर मुख्यमंत्री खुद यहां जाकर अर्घ्य देते हैं. यह सिलसिला पिछले 17 साल से जारी है. कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष कमलेश सिंह ने बताया कि यहां पर लोगों को कमेटी की ओर से लागत मूल्य पर फल व पूजन सामग्री उपलब्ध कराये जाते हैं. इसके लिए लोगों को टोकन लेना पड़ता है.
वहीं गरीबों के बीच नि:शुल्क फल व पूजन सामग्री बांटे जाते हैं. यहां हर साल भजन संध्या का आयोजन होता है. 2002 में अनुराधा पौंडवाल आयी थीं. इस बार दो नवंबर को नेहा कक्कड़ का कार्यक्रम है. उन्होंने बताया कि सूर्य मंदिर परिसर में ही राम मंदिर का निर्माण किया जा रहा है. इसका प्रारूप अयोध्या के राम मंदिर का है. हालांकि यह उससे छोटा होगा. इसको लेकर मकराना की मूर्ति मंगायी जा रही है. सूर्य मंदिर कमेटी से 400 लोग जुड़ कर सेवा कार्य कर रहे हैं.
व्रतियों के बीच 101 दौरा-सूप बांटते हैं सीपी सिंह
नगर विकास मंत्री सीपी सिंह छठ महापर्व दौरान दौरा-सूप वितरण करते हैं. वह व्रतियों के बीच 101 दौरा बांटते हैं. जरूरत पड़ने पर दौरों की संख्या बढ़ायी भी जा सकती है. पूरी शुद्धता के साथ तैयार किये गये दौरे में प्रसाद व पूजा का पूरा सामान उपलब्ध कराया जाता है. कई तरह के फलों वाला दौरा तैयार होता है.
शिविर लगाते हैं अनंत ओझा
राजमहल विधायक अनंत ओझा 20 वर्षों से साहिबगंज में गंगा किनारे छठ घाटों पर शिविर लगाते हैं. इस सेवा शिविर में छठ व्रतियों के लिए सुविधा मुहैया कराया जाता है. अनुष्ठान के लिए जरूरी पूजन सामग्री से लेकर दूध तक उपलब्ध कराये जाते हैं. विधायक श्री ओझा खुद सेवा शिविर में शाम और सुबह के अर्घ्य के समय मौजूद रहते हैं.
मनीष जायसवाल घाटों की साज-सज्जा पर देते हैं ध्यान
हजारीबाग के विधायक मनीष जायसवाल अपने क्षेत्र के अलग-अलग घाटों की साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देते हैं. घाटों की साज-सज्जा और समुचित प्रकाश की व्यवस्था कराते हैं.
रामचंद्र चंद्रवंशी बांटते हैं नारियल
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री व विश्रामपुर के विधायक रामचंद्र चंद्रवंशी अपने क्षेत्र में अलग-अलग घाटों में नारियल बंटवाने की व्यवस्था करते हैं. वह अपने खर्च पर व्रतियों के बीच नारियल का वितरण करते हैं. छठ के दिन अलग-अलग घाटों पर जाकर अर्घ्य देते हैं.