झारखंड विधानसभा चुनाव 2019 : NDA-UPA में आर-पार, झाविमो का बागियों के भरोसे होगा बेड़ा पार
एनडीए को रघुवर के काम पर भरोसा, यूपीए कर रहा हेमंत सोरेन को आगे बाबूलाल करेंगे यूपीए और एनडीए में सेंधमारी यूपीए स्थानीयता, रोजगार व जमीन के मुद्दे को उठाने की तैयारी में रांची : विधानसभा चुनाव के जंग का मैदान सज गया है़ पक्ष-विपक्ष तैयार है़ एनडीए और यूपीए में आर-पार की लड़ाई है़ […]
एनडीए को रघुवर के काम पर भरोसा, यूपीए कर रहा हेमंत सोरेन को आगे
बाबूलाल करेंगे यूपीए और एनडीए में सेंधमारी
यूपीए स्थानीयता, रोजगार व जमीन के मुद्दे को उठाने की तैयारी में
रांची : विधानसभा चुनाव के जंग का मैदान सज गया है़ पक्ष-विपक्ष तैयार है़ एनडीए और यूपीए में आर-पार की लड़ाई है़ भाजपा और आजसू एनडीए गठबंधन में होंगे, वहीं यूपीए में कांग्रेस, झामुमो और राजद मुख्य घटक होंगे़ बाबूलाल मरांडी के नेतृत्व में झाविमो अकेले मैदान में होगा़ झाविमो एनडीए-यूपीए की लड़ाई के बीच से कोण बनाने की कोशिश करेगा़ बाबूलाल को एनडीए और यूपीए के बागियों पर भरोसा है़
भाजपा से पत्ता कटने वाले और यूपीए से बिदके नेताओं का कुनबा बाबूलाल जुटायेंगे़ एनडीए को रघुवर दास के पांच वर्षों के काम पर भरोसा है़ एनडीए अपने उपलब्धियों के साथ लोगों के बीच जायेगा़ यूपीए ने हेमंत सोरेन का आगे किया है़ चुनाव में हेमंत यूपीए का चेहरा होंगे़
चुनाव में कांग्रेस और झामुमो साझा मुहिम चलायेगा़
आदिवासी सीटों पर घेराबंदी की होगी रणनीति
विधानसभा में 28 एसटी सीटें है़ं एनडीए-यूपीए दोनों की नजर इन सीटों पर होगी़ आदिवासी सीटों को लेकर एनडीए ने झामुमो और कांग्रेस की घेराबंदी तोड़ने के लिए रणनीति बनायी है़ राज्य सरकार द्वारा आदिवासियों को लिए किये गये काम का जोर-शोर से प्रचार होगा वहीं यूपीए स्थानीयता, रोजगार और जमीन के मुद्दे के भरोसे आदिवासी सीटों पर कब्जा जमाने की कोशिश करेगा़ हालांकि दोनों गठबंधन अभी आपस में दलों के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर कुछ ठोस बातचीत नहीं कर पाया है.
संताल परगना में लड़ाई होगी रोचक
संताल परगना के 18 सीटों पर लड़ाई रोचक होगी़ मुख्यमंत्री रघुवर दास लगातार संताल परगना को फोकस किया है़ केेंद्र और राज्य सरकार की बड़ी योजनाओं की शुरुआत संताल परगना से की है़
पिछले पांच वर्षों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से लेकर कई केंद्रीय मंत्री के कार्यक्रम हुए है़ं संताल परगना झामुमो का पुराना गढ़ रहा है़ भाजपा झामुमो को संताल परगना में शिकस्त देने के लिए रणनीति बनायी है़ं वहीं झामुमो को अपनी जमीनी पकड़ और नेता शिबू सोरेन के इकबाल पर भरोसा है़