रांची सिविल कोर्ट में वकीलों ने नहीं किया काम, बार एसोसिएशन ने किया था काम बंद का आह्वान
रांची : सिविल कोर्ट रांची के वकीलों ने सोमवार को कोई काम नहीं किया. सुबह मीटिंग हुई और उसके बाद कोई काम नहीं हुआ. दिल्ली में वकीलों के साथ हुए व्यवहार के विरोध में सभी काम स्थगित कर दिये गये. 2 नवंबर को नयी दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट में पुलिस के साथ वकीलों की […]
रांची : सिविल कोर्ट रांची के वकीलों ने सोमवार को कोई काम नहीं किया. सुबह मीटिंग हुई और उसके बाद कोई काम नहीं हुआ. दिल्ली में वकीलों के साथ हुए व्यवहार के विरोध में सभी काम स्थगित कर दिये गये. 2 नवंबर को नयी दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट में पुलिस के साथ वकीलों की झड़प हो गयी थी, जिसमें कई वकील घायल हो गये. वकीलों ने सोमवार को इसके विरोध में सुप्रीम कोर्ट के बाहर प्रदर्शन किया. इस दौरान उन्होंने मांग की कि घायल वकीलों को 10-10 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाये.
उल्लेखनीय है कि दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट में वकीलों और पुलिस के बीच झड़प हो गयी थी. पार्किंग को लेकर पुलिसवालों और वकीलों के बीच शुरू हुआ विवाद देखते ही देखते झड़प में तब्दील हो गयी. वकीलों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने इस दौरान फायरिंग की. कई गाड़ियों में तोड़फोड़ और आगजनी भी हुई. प्रत्यक्षदर्शियों और अधिकारियों ने कहा था कि झड़प में 10 पुलिसकर्मी और कई वकील घायल हो गये. इस दौरान 17 वाहनों में तोड़फोड़ की गयी.
पुलिस ने बताया था कि घायलों में अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (उत्तरी जिला) हरिंदर कुमार, कोतवाली और सिविल लाइंस थाने के प्रभारी और पुलिस उपायुक्त (उत्तरी) के ऑपरेटर भी हैं. दूसरी तरफ, बार एसोसिएशनों ने घटना की निंदा करते हुए चार नवंबर को राष्ट्रीय राजधानी की सभी जिला अदालतों में एक दिवसीय हड़ताल का एलान कर दिया. वकीलों ने पुलिस पर प्रदर्शनकारियों से बदसलूकी करने और उन पर गोली चलाने का आरोप लगाया. वकीलों के अनुसार, झड़प में उनके चार सहयोगी घायल हुए हैं.