विस चुनाव : गठबंधन छोड़ भाकपा ने किया अकेले चुनाव लड़ने का एलान, कहा- लोकसभा में खा चुके हैं धोखा

रांची : भाकपा ने मंगलवार को एलान किया कि झारखंड में वह अकेले 16 सीटों पर विधानसभा चुनाव लड़ेगी. पार्टी द्वारा इस एकतरफा घोषणा के बाद वाम एकता की सोच भी धराशायी हो गयी है. चिह्नित सीटों पर विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवारों का चयन भी पार्टी की ओर से कर लिया गया है. राज्य सचिव […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 6, 2019 7:17 AM
रांची : भाकपा ने मंगलवार को एलान किया कि झारखंड में वह अकेले 16 सीटों पर विधानसभा चुनाव लड़ेगी. पार्टी द्वारा इस एकतरफा घोषणा के बाद वाम एकता की सोच भी धराशायी हो गयी है. चिह्नित सीटों पर विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवारों का चयन भी पार्टी की ओर से कर लिया गया है.

राज्य सचिव भुवनेश्वर मेहता ने पार्टी कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहा कि सीट शेयरिंग पर अन्य दलों के साथ बातचीत सफल नहीं हो सकी, क्योंकि राज्य में विपक्ष की बड़ी पार्टियां सम्मानजनक सीटों के साथ औपचारिक गठबंधन के लिए तैयार नहीं थीं. सीट शेयरिंग में सहमति नहीं बन पाने के लिए उन्होंने सीधे तौर पर झामुमो और कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया. श्री मेहता ने कहा कि बुधवार से नामांकन दाखिल होना है, ऐसे में बातचीत नहीं होना अपमानित महसूस करा रहा है. उन्होंने कहा कि विपक्ष की बड़ी पार्टियां राजनीतिक समझ और फार्मूले पर बात न कर बस अपना फायदा तलाशने में जुटी हैं.
झामुमो नेता हेमंत सोरेन पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि वे लोग सिर्फ चुनाव पूर्व विपक्षी एकता और महागठबंधन जैसी बातें किया करते थे, क्योंकि 25 जुलाई के बाद हमारे बीच कोई बातचीत नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि अपनी गरिमा को ताक पर रखकर हम इस तरह की सीट शेयरिंग डील नहीं कर सकते हैं. लोकसभा चुनाव में धोखा खा चुके हैं, अब इस चुनाव में भी भी ठीक वैसी ही परिस्थितियां कायम की जा रही है. प्रेस कांफ्रेंस के दौरान भाकपा नेता महेंद्र पाठक, राजेंद्र यादव, पूर्व राज्य सचिव केडी सिंह, राज्य कार्यकारिणी के सदस्य पीके पांडे मौजूद थे.
वामदलों में तालमेल नहीं हुआ, तो होगा दोस्ताना संघर्ष
भाकपा ने चुनाव लड़ने के लिए ऐसी 16 सीटों की पहचान की है, जहां उसके कैडर वाेटरों की तादाद सबसे ज्यादा है. वामदलों के बीच आपसी समन्वय कायम नहीं होने के बाद भाकपा, लेफ्ट की दबदबे वाली करीब आधा दर्जन सीटों पर अपना उम्मीदवार नहीं उतारने का फैसला किया है.
16 विधानसभा क्षेत्र
छतरपुर, सिमरिया, भवनाथपुर, बड़कागांव, रामगढ़, मांडू, डुमरी, नाला, बोरियो, बेरमो, कांके, बहरागोड़ा, घाटशिला, सारठ, जरमुंडी, बरकट्ठा सीट शामिल है. इसके अतिरिक्त हुसैनाबाद, गुमला, लातेहार पर भी पार्टी चुनाव लड़ने पर विचार कर रही है.

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