ट्राइबल कॉनक्लेव संवाद 15 से जमशेदपुर में

रांची : टाटा स्टील द्वारा ट्राइबल कॉनक्लेव संवाद के छठे संस्करण का आयोजन 15 नवंबर से 19 नवंबर तक जमशेदपुर के गोपाल मैदान में होगा. 15 नवंबर को झारखंड का स्थापना दिवस है और स्वतंत्रता सेनानी भगवान बिरसा मुंडा का जन्मदिवस भी है. इस दिन 101 नगाड़ों के साथ कार्यक्रम आरंभ होगा. इस कार्यक्रम में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 8, 2019 9:38 AM
रांची : टाटा स्टील द्वारा ट्राइबल कॉनक्लेव संवाद के छठे संस्करण का आयोजन 15 नवंबर से 19 नवंबर तक जमशेदपुर के गोपाल मैदान में होगा. 15 नवंबर को झारखंड का स्थापना दिवस है और स्वतंत्रता सेनानी भगवान बिरसा मुंडा का जन्मदिवस भी है. इस दिन 101 नगाड़ों के साथ कार्यक्रम आरंभ होगा. इस कार्यक्रम में देशभर के 28 राज्यों व करीब 17 देशों के आदिवासी प्रतिनिधि शामिल होंगे. लगभग 1500 प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे.
यह जानकारी टाटा स्टील द्वारा होटल बीएनआर में आयोजित प्रेस वार्ता में दी गयी. प्रेस वार्ता को टाटा स्टील के सीएसआर प्रमुख सौरव राय, सीआरइ संजय मोहन श्रीवास्तव व जीरेन टोपनो ने संबोधित किया. श्री टोपनो ने बताया कि संवाद आदिवासियों के लिए एक फोरम है, जहां आदिवासी एक मंच पर अपनी बात कह सकें. संवाद ने छह साल का सफर तय कर लिया है.
यह छठा संस्करण है. देशभर के 28 राज्यों से 150 जनजाति समुदाय के लोगों का प्रतिनिधित्व रहेगा.17 देशों आस्ट्रेलिया, बांग्लादेश, दक्षिण अफ्रीका, नेपाल, मैक्सिको, ब्राजील व अन्य देशों के आदिवासी प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे. इस बार का थीम है ट्राइबल टुडे यानी आज के दिन आदिवासियत. इस आयोजन में पैट्रिसिया मुकिम, लोमा इस्थर, प्रो रामास्वामी बालासुब्रह्मणयम, आमवी अमा आयो जैसे शिक्षाविद भी शामिल होंगे.
खानपान व हैंडीक्राफ्ट के स्टॉल लगेंगे : सौरव राय ने बताया कि कार्यक्रम में जनजातीय खानपान, हैंडीक्राफ्ट और ट्राइबल हीलर के स्टॉल लगेंगे. जनजातीय तरीके से इलाज की व्यवस्था होगी. ट्राइबल खान-पान पर विशेष नजर रखने के लिए होटल ताज ग्रुप के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे. ट्राइबल हीलर द्वारा जहां एक-दूसरे के इलाज व दवा की पद्धति सीख सकेंगे, वहीं लोग इलाज भी करा सकेंगे.
88 आर्टिजन हैंडीक्राफ्ट की प्रदर्शनी लगायेंगे. इनके लिए फ्लिपकार्ट, अमेजन व रंगसूत्र जैसी अॉनलाइन मार्केटिंग कंपनी भी आयेंगी, जो इन्हें अंतरराष्ट्रीय बाजारों में उत्पाद भेजने की तकनीक समझायेंगे. श्री राय ने बताया कि झारखंड की 32 जनजातियों को एक ही साथ लाने का प्रयास किया जा रहा है. एक प्रमुख कार्यक्रम रिदम अॉफ द अर्थ है जिसमें दुनियाभर के 60 म्यूजिक बैंड एक साथ कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगे. यह पूरी तरह फोक म्यूजिक होगा.
श्री राय ने कहा कि यह कार्यक्रम पूरी तरह राजनीति से अलग होगी. अाचार संहिता का इस कार्यक्रम पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा. उन्होंने कहा कि यह जरूर है कि दुनिया की वर्तमान स्थिति पर चर्च जरूर होगी पर राजनीतिक चर्चा नहीं होगी.

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