भारत-फ्रांस मिसाइल विकास योजना ठंडे बस्ते में!
नयी दिल्ली. कम दूरी की मारक क्षमतावाली वायु रक्षा मिसाइलें विकसित करने की खातिर भारत और फ्रांस का 30,000 करोड़ रुपये का प्रस्तावित संयुक्त उपक्रम ठंडे बस्ते में जा सकता है. दरअसल, वायुसेना का मानना है कि देश में ही विकसित सतह से हवा में मार करनेवाली मिसाइल प्रणाली ‘आकाश’ से उसकी जरूरतें पूरी हो […]
नयी दिल्ली. कम दूरी की मारक क्षमतावाली वायु रक्षा मिसाइलें विकसित करने की खातिर भारत और फ्रांस का 30,000 करोड़ रुपये का प्रस्तावित संयुक्त उपक्रम ठंडे बस्ते में जा सकता है. दरअसल, वायुसेना का मानना है कि देश में ही विकसित सतह से हवा में मार करनेवाली मिसाइल प्रणाली ‘आकाश’ से उसकी जरूरतें पूरी हो सकती हैं. प्रस्तावित संयुक्त उपक्रम की योजना डीआरडीओ और फ्रांसीसी मिसाइल निर्माता एमबीडीए के बीच बनायी गयी थी. इसके तहत दोनों कंपनियां कम दूरी की मारक क्षमतावाली सतह से हवा में मार करनेवाली मिसाइल (एसआर-एसएम) विकसित करना चाह रहे थे.