झारखंड विस चुनाव : जो रहे पार्टी अध्यक्ष, वह भी बहे चुनावी बयार में, सुखदेव गये भाजपा में, आप में गये डॉ अजय, बलमुचु भी लाइन में
विवेक चंद्र जदयू के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष जलेश्वर महतो कांग्रेस गये, बाघमारा से दावेदार रांची : झारखंड में चुनाव राजनीतिक दलों के लिए तूफान की तरह आया है. चुनाव के पहले राज्य में राजनीति की धुरी बने दलों के प्रदेश अध्यक्षों ने अपनी ही पार्टी का दामन छोड़ रहे हैं. चुनावी बयार की धार देख […]
विवेक चंद्र
जदयू के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष जलेश्वर महतो कांग्रेस गये, बाघमारा से दावेदार
रांची : झारखंड में चुनाव राजनीतिक दलों के लिए तूफान की तरह आया है. चुनाव के पहले राज्य में राजनीति की धुरी बने दलों के प्रदेश अध्यक्षों ने अपनी ही पार्टी का दामन छोड़ रहे हैं. चुनावी बयार की धार देख पाला बदल रहे है़
लोकसभा चुनाव से ही प्रदेश अध्यक्षों के पाला बदलने का खेल जारी है़ तब से अब तक कई राजनीतिक दलों के प्रदेश अध्यक्षों ने विरोधी पार्टियों की सदस्यता ले ली है. दल बदलने वाले प्रदेश अध्यक्षों में सबसे अधिक संख्या कांग्रेस व राजद की है. राजद और कांग्रेस के दो पूर्व अध्यक्षों ने दल बदल लिया है़ राजद की प्रदेश अध्यक्ष रहते हुए अन्नपूर्णा देवी ने पाला बदल लिया था़ वहीं राजद के ही पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गिरिनाथ सिंह ने भी लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा का दामन थाम लिया था़ राजद के एक पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गौतम सागर राणा को पार्टी ने हटाया, तो उन्होंने नयी पार्टी बना ली़ इधर, कांग्रेस के भी दो पूर्व अध्यक्षों ने दल बदल लिया है.
तीसरे कतार में बताये जा रहे हैं. कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व विधायक सुखदेव भगत विधानसभा चुनाव की घोषणा के ठीक पहले भाजपा चले गये. लोकसभा चुनाव में कांग्रेस का नेतृत्व करने वाले प्रदेश अध्यक्ष डॉ अजय कुमार ने भी दल बदल लिया. लोकसभा चुनाव में मिली शिकस्त के बाद वह अपने विरोधियों को नहीं झेल सके. कांग्रेस छोड़ दिल्ली में आप पार्टी की सदस्यता ले ली. अब राजनीति ऐसे करवट ले रही है कि कांग्रेस के ही तीसरे पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप बलमुचु भी दल बदलने की तैयारी में बताये जाते हैं.
झामुमो-कांग्रेस गठबंधन के बाद से वह नाराज चल रहे है़ं प्रदीप बलमुचु की सीट घाटशिला झामुमो के खाते में चली गयी है़ प्रदीप बलमुचु इस सीट से अपनी बेटी को प्रत्याशी बनाना चाहते है़ं इसके लिए उन्होंने झामुमो और आजसू से संपर्क साधा है़ आजसू का भाजपा के साथ गठबंधन टूटने पर बलमुचु को जगह मिल सकती है़
नीतीश कुमार की पार्टी जदयू के प्रदेश अध्यक्ष जलेश्वर महतो ने भी दूसरे दल में छलांग लगा ली़ श्री महतो कांग्रेस में शामिल हो गये है़ं वह बाघमारा से चुनाव लड़ना चाहते है़ं वहीं, सालखन मुर्मू ने अपनी झारखंड दिशोम पार्टी का ही विलय जदयू में कर जदयू की कमान ले ली है.
राजद की पूर्व अध्यक्ष अन्नूपर्णा देवी व गिरिनाथ सिंह ने लोकसभा चुनाव के समय ही छोड़ दी थी पार्टी
पार्टी बताये मेरा टिकट क्यों कटा, सुदेश धरती पुत्र : राधाकृष्ण किशोर
रांची : भाजपा छोड़कर आजसू में शामिल होने वाले छतरपुर के विधायक राधाकृष्ण किशोर ने कहा कि आज आजसू में शामिल होकर आत्म प्रशंसा हो रही है. भाजपा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है.
एक जनप्रतिनिधि के रूप में मैं विकास योजनाओं के प्रति प्रतिबद्ध रहा. संसदीय प्रक्रिया की जवाबदेही पूरी की. पार्टी ने टिकट नहीं दिया. पार्टी को सार्वजनिक रूप से बताना चाहिए कि मेरा टिकट क्यों काटा.
मेरी क्या गलती थी. क्षेत्र के लोग आश्चर्यचकित हैं कि मेरा टिकट कट गया है़ श्री किशोर मंगलवार को आजसू मुख्यालय में पार्टी की सदस्यता लेने के बाद पत्रकारों से बात कर रहे थे. उन्होंने कहा कि आजसू के पास राजनीतिक प्रतिबद्धता वाली टीम है. राजनीतिक चरित्र के साथ काम करते हैं. यह चरित्र पार्टी में दिखता है़ सुदेश कुमार महतो धरती पुत्र हैं. झारखंड अलग राज्य जिन उद्देश्यों को लेकर बना था, उसे आजसू पूरा करने में जुटी है़ पार्टी यहां के लोगों के लिए प्रतिबद्ध है. शहीदों के सपने को पूरा कर रही है.