रांची : इसीजी और इको जांच केंद्र के सामने बेड लगा मरीजों को किया गया भर्ती
रिम्स में हृदय रोगियों की संख्या बढ़ी, आइसीयू, इमरजेंसी व वार्ड फुल रांची : ठंड बढ़ते ही हृदय रोगियों की तबीयत बिगड़ने लगी है. सांस लेने में दिक्कत, सांस फूलना व एंजाइटी की समस्या लेकर लोग अस्पताल पहुंच रहे हैं. राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स के कार्डियोलॉजी विभाग में हृदय रोगियों की संख्या इतनी […]
रिम्स में हृदय रोगियों की संख्या बढ़ी, आइसीयू, इमरजेंसी व वार्ड फुल
रांची : ठंड बढ़ते ही हृदय रोगियों की तबीयत बिगड़ने लगी है. सांस लेने में दिक्कत, सांस फूलना व एंजाइटी की समस्या लेकर लोग अस्पताल पहुंच रहे हैं. राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स के कार्डियोलॉजी विभाग में हृदय रोगियों की संख्या इतनी बढ़ गयी है कि आइसीयू, इमरजेंसी व सामान्य वार्ड फुल हो गये हैं. वहीं कार्डियोलॉजी विभाग के ग्राउंड फ्लोर पर स्थित इसीजी जांच केंद्र के सामने तीन बेड व इको जांच केंद्र के सामने दो बेड लगा कर मरीजों को भर्ती किया गया है.
इमरजेंसी में आठ बेड है, जो फुल हो चुका है. इस कारण इमरजेंसी से सटे एक कमरे में दो मरीज को भर्ती किया गया है. कार्डियोलॉजी इमरजेंसी में भी एक अतिरिक्त बेड लगा दिया गया है. वर्तमान में विभाग में 87 मरीज भर्ती हैं.
विभाग में पांच विशेषज्ञ डॉक्टर हैं : रिम्स के कार्डियोलॉजी विंग में हार्ट के पांच विशेषज्ञ डॉक्टर विभागाध्यक्ष डॉ हेमंत नारायण, डॉ प्रकाश कुमार, डॉ प्रवीण श्रीवास्तव, डॉ प्रशांत कुमार व डॉ पीजी सरकार हैं. इन डॉक्टरों द्वारा हृदय के मरीजों को परामर्श दिया जाता है और जरूरत पड़ने पर उन्हें भर्ती किया जाता है. फैकल्टी पर्याप्त होने के कारण भी मरीजों की संख्या पहले से ज्यादा बढ़ी है.
वर्तमान में कार्डियोलॉजी विभाग में 87 मरीज भर्ती हैं
हृदय विभाग में भर्ती मरीजों की संख्या
विंग भर्ती मरीज
इमरजेंसी 08
अतिरिक्त कमरा 02
इसीजी जांच के पास 03
इको जांच विंग के पास 02
कार्डियोलॉजी आइसीयू 19
कार्डियोलॉजी रिकवरी रूम 11
कार्डियोलॉजी सामान्य वार्ड 42
इन बातों का रखें ख्याल
बीपी व शुगर को नियंत्रित रखें, नियमित जांच करायें
सुबह व शाम में गर्म कपड़ा से पूरे शरीर काे ढंक कर रखें
फल व सब्जी का ज्यादा से ज्यादा सेवन करें
बासी खाना से परहेज करें
सूरज निकलने पर ही टहलने निकलें
अस्थमा के मरीज ठंड में विशेष सतर्क रहें
जांच केंद्र के सामने बेड लगाने से हो रही परेशानी
कार्डियोलॉजी विंग के जांच केंद्र के सामने बरामदे में भी हृदय रोगियों को भर्ती कर लिया गया है. इससे जांच कराने वाले लोगों को परेशानी हो रही है.भर्ती मरीज व परिजनों की भीड़ के बीच जांच कराने वाले मरीजों की लाइन भी लगती है.भीड़ के कारण डॉक्टर व नर्स दोनों को परेशानी हो रही है.
ठंड के मौसम में बाहर का तापमान कम होता है और घर के अंदर गर्म रहता है. इसलिए इस मौसम में खून गाढ़ा हो जाता है. इस कारण हार्ट अटैक होने की संभावना बढ़ जाती है. इस मौसम में बीपी व शुगर के मरीजों को विशेष ध्यान देना चाहिए. बीपी व शुगर का स्तर नियंत्रित रखें और नियमित जांच करायें. तड़के मॉर्निंग वॉक पर नहीं निकलें. खाने में फल व सब्जी की मात्रा को बढ़ायें.
डॉ प्रशांत कुमार, कार्डियोलॉजिस्ट, रिम्स