झारखंड में उत्पादन बढ़ाने की अपार संभावनाएं हैं : कुलपति

रांची : राज्य स्तरीय रबी कार्यशाला में बीएयू के कुलपति डॉ आरएस कुरिल ने कहा कि झारखंड में खाद्यान्न उत्पादन बढ़ाने की काफी संभावना है. राज्य कई मामलों में राष्ट्रीय स्तर से पीछे है. यहां फसलों की सघनता, खाद-बीज की खपत, बंजर जमीनों को खेती योग्य बना दिया जाये, तो राज्य को खाद्यान्न के मामले […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 20, 2019 5:24 AM
रांची : राज्य स्तरीय रबी कार्यशाला में बीएयू के कुलपति डॉ आरएस कुरिल ने कहा कि झारखंड में खाद्यान्न उत्पादन बढ़ाने की काफी संभावना है. राज्य कई मामलों में राष्ट्रीय स्तर से पीछे है. यहां फसलों की सघनता, खाद-बीज की खपत, बंजर जमीनों को खेती योग्य बना दिया जाये, तो राज्य को खाद्यान्न के मामले में आत्मनिर्भर बनाया जा सकता है.
कार्यशाला का आयोजन धुर्वा स्थित गव्य निदेशालय में किया गया. कुलपति ने कहा कि राज्य में 70 से 75 लाख टन खाद्यान्न की खपत है. अभी भी 15 से 20 लाख टन खाद्यान्न की उपज कम है़ कृषि निदेशक छवि रंजन ने कहा कि राज्य में कई स्कीम है, जिनका फायदा किसान नहीं उठा पा रहे हैं. इसका व्यापक प्रचार-प्रसार होना चाहिए.
रबी में 17 लाख टन उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है, इसे पूरा करना है. किसानों को अच्छी गुणवत्ता का बीज और खाद मिले. जिला स्तरीय टॉस्क फोर्स को सक्रिय रखें. खरीफ में 10 जिलों में अच्छी खेती नहीं हो पायी थी. इस कारण वहां सुखाड़ की घोषणा होनी है. इन जिलों को प्राथमिकता में रखकर काम करना है.

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