रांची : 20% आंगनबाड़ी केंद्रों तक ही पहुंचा राशन

यह राशन बच्चों, गर्भवती, धात्री महिलाओं, कुपोषित बच्चों को मिलता है रांची : राज्य भर के आंगनबाड़ी केंद्रों में करीब तीन माह तक पूरक पोषाहार (रेडी-टू-इट) वितरण बंद रहा. इसके बाद नवंबर में करीब 20 फीसदी केंद्रों तक ही राशन पहुंच सका है. सरकार ने रेडी-टू-इट के बजाय अब लाभुकों को कच्चा राशन उपलब्ध कराने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 22, 2019 12:35 AM
यह राशन बच्चों, गर्भवती, धात्री महिलाओं, कुपोषित बच्चों को मिलता है
रांची : राज्य भर के आंगनबाड़ी केंद्रों में करीब तीन माह तक पूरक पोषाहार (रेडी-टू-इट) वितरण बंद रहा. इसके बाद नवंबर में करीब 20 फीसदी केंद्रों तक ही राशन पहुंच सका है. सरकार ने रेडी-टू-इट के बजाय अब लाभुकों को कच्चा राशन उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है. इसका नाम टेक होम राशन (टीएचआर) दिया गया है. आंगनबाड़ी केंद्रों तक राशन पहुंचाने का काम झारखंड स्टेट लाइवलीहूड प्रमोशन सोसाइटी (जेएसएलपीएस) से संबद्ध महिला स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) का है.
इधर, आंगनबाड़ी वर्कर्स यूनियन तथा संघ से मिली जानकारी के अनुसार, राज्य भर के 38432 आंगनबाड़ी केंद्रों में से बमुश्किल 20 फीसदी तक ही यह राशन पहुंचा है. यह राशन छह माह से तीन वर्षीय बच्चों (15.97 लाख) सहित गर्भवती (3.26 लाख) व धात्री महिलाअों (3.61 लाख) को दिया जाना है. 13108 कुपोषित बच्चों को भी यह राशन मिलना है.
क्या है समस्या
राशन वितरण में सक्षम एसएचजी ग्रुप की कमी के कारण हर जगह राशन उपलब्ध कराने में परेशानी हो रही है. हालांकि, जेएसएलपीएस सूत्रों का कहना है कि जल्द ही हालात सामान्य हो जायेंगे.
क्या मिलना है राशन
सभी लाभुकों को राशन में चावल, दाल (अरहर), मूंगफली दाना, गुड़ व आलू दिया जाना है. कुपोषित बच्चों को इस राशन के अलावा भुना हुआ चना भी मिलेगा.
इन शर्तों का पालन जरूरी : टेक होम राशन के सभी अव्यय को अलग-अलग पैक कर फिर इसे बड़े पैक में एक साथ पैक करना है. इस पैक पर खाद्य सामग्री के विवरण के साथ यह भी लिखा होगा कि यह राशन बाजार में बिक्री के लिए नहीं है. इसके अलावा राशन की गुणवत्ता फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड अथॉरिटी अॉफ इंडिया के मानक के अनुसार रखना सुनिश्चित करना है.
राज्य में 38432 आंगनबाड़ी केंद्र चलाये जा रहे हैं
प्रति दिन किसको कितना राशन देने का है प्रावधान
छह माह से तीन वर्षीय बच्चे : चावल (50 ग्राम), अरहर दाल (30 ग्राम), भुना हुआ मूंगफली दाना (30 ग्राम), गुड़ (30 ग्राम) तथा आलू (100 ग्राम).
गर्भवती व धात्री महिला : चावल (100 ग्राम), अरहर दाल (30 ग्राम), मूंगफली दाना (40 ग्राम), गुड़ (25 ग्राम) तथा आलू (125 ग्राम).
छह माह से छह वर्ष तक का कुपोषित बच्चा : चावल (75 ग्राम), अरहर दाल (35 ग्राम), मूंगफली दाना (50 ग्राम), भुना चना (25 ग्राम), गुड़ (25 ग्राम) तथा आलू (100 ग्राम).
नोट : उपरोक्त के आधार पर लाभुकों को माह में 25 दिन के हिसाब से राशन मिलेगा. छह माह से तीन वर्षीय बच्चों को छह किलो प्रति माह, गर्भवती व धात्री महिलाअों को आठ किलो प्रति माह तथा कुपोषित बच्चों को 7.75 किलो प्रति माह राशन मिलना है.
रांची में भी राशन का हुआ है अधूरा वितरण
गढ़वा, लातेहार, लोहरदगा व पू सिंहभूम में राशन नहीं बंटा है. वहीं, पलामू, चतरा व देवघर में कुछ पंचायत या प्रखंड में राशन वितरित होने की सूचना है. यहां तक कि रांची में भी राशन का अधूरा वितरण हुआ है.
बालमुकुंद सिन्हा, कार्यकारी अध्यक्ष, झारखंड प्रदेश आंगनबाड़ी वर्कर्स यूनियन

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