रांची : पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएलएफआइ) के नाम पर एक व्यक्ति अपने ही साले से 4 लाख रुपये की रंगदारी मांग रहा था. साले ने पुलिस में शिकायत की और जीजा को उसके एक अन्य साथी के साथ कांके थाना की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.
कांके थाना में शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके डीएसपी नीरज कुमार ने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि उग्रवादी संगठन पीएलएफआइ के सुप्रीमो दिनेश गोप के नाम पर जीजा ने अपने ही साले से रंगदारी मांगी थी. साले ने इसकी शिकायत थाना में की.
डीएसपी ने बताया कि कांके थाना क्षेत्र के सुकुरहुट्टू के रहने वाले शिक्षक चंद्रभूषण दास ने अपनी एक जमीन 40 लाख रुपये में बेची थी. उनके जीजा सुदामा दास ने अपने साथी पंकज के साथ मिलकर चंद्रभूषण दास से रुपये ऐंठने की योजना बनायी.
सुदामा ने एक अन्य व्यक्ति से फोन करवाना शुरू किया. 19-20 नवंबर को लगातार चंद्रभूषण को चार बार फोन कॉल आया. फोन करने वाले ने कहा कि वह पीएलएफआइ का सुप्रीमो दिनेश गोप बोल रहा है. चार लाख रुपये रंगदारी नहीं दी, तो उसकी हत्या कर दी जायेगी.
परेशान शिक्षक चंद्रभूषण दास ने इसका शिकायत कांके थाना में कर दी. पुलिस ने जांच की, तो पाया कि चंद्रभूषण का रिश्तेदार ही इसमें लिप्त है. पीएलएफआइ या दिनेश गोप का इस फोन कॉल से कोई लेना-देना नहीं है. जांच के दौरान ही सुदामा और पंकज को गिरफ्तार कर लिया गया. दोनों गुमला जिला के रहने वाले हैं.