यहां कांग्रेस-भाजपा की होती रही है हार-जीत, आजसू की भी गड़ी है नजर, जानें खिजरी विधानसभा क्षेत्र का लेखा-जोखा
कुल वोटर 326837 पुरुष वोटर 169259 महिला वोटर 157578 रांची : खिजरी विधानसभा सुरक्षित (एसटी) सीट है. इसका क्षेत्र अनगड़ा प्रखंड के जोन्हा फॉल गेट, अोरमांझी, लगभग पूरा नामकुम प्रखंड व एचइसी धुर्वा सहित रातू तक फैला हुआ है. इस विधानसभा क्षेत्र का करीब 50 फीसदी इलाका ग्रामीण तथा 50 फीसदी शहरी क्षेत्र है. टाटीसिलवे […]
कुल वोटर
326837
पुरुष वोटर
169259
महिला वोटर
157578
रांची : खिजरी विधानसभा सुरक्षित (एसटी) सीट है. इसका क्षेत्र अनगड़ा प्रखंड के जोन्हा फॉल गेट, अोरमांझी, लगभग पूरा नामकुम प्रखंड व एचइसी धुर्वा सहित रातू तक फैला हुआ है. इस विधानसभा क्षेत्र का करीब 50 फीसदी इलाका ग्रामीण तथा 50 फीसदी शहरी क्षेत्र है. टाटीसिलवे अौद्योगिक क्षेत्र इसी विधानसभा क्षेत्र का हिस्सा है. वर्ष 1969 तथा 1977 के चुनाव को अपवाद मानें, तो कांग्रेस व भाजपा की यह पारंपरिक सीट रही है.
उक्त दो चुनाव को छोड़ 1990 तक कांग्रेस ने खिजरी से तीन बार चुनाव जीता. इनमें से दो बार के विधायक साधो कुजूर थे. भाजपा के गठन के बाद पहली बार ही इस पार्टी को खिजरी विधानसभा सीट से जीत हासिल हुई थी. विधायक बने थे दुती पाहन. दुती दो टर्म लगातार विधायक रहे. फिर कांग्रेस की वापसी हुई. आंकड़े बताते हैं कि वर्ष 1995 के चुनाव से अब तक खिजरी के वोटर कांग्रेस व भाजपा को तवा की रोटी की तरह पलटते रहे हैं.
अब इस बार भी क्या रोटी पलटी जायेगी या पक चुकी रोटी के बदले दूसरी रोटी को सेंकी जायेगी, यह 23 दिसंबर को पता चलेगा. वर्ष 2014 के चुनाव में कांग्रेस ने इस सीट से सुंदरी तिर्की को प्रत्याशी बनाया था. वहीं इस बार यूपीए गठबंधन के प्रत्याशी राजेश कच्छप को कांग्रेस ने टिकट दिया है.
उधर उक्त चुनाव में तीसरे स्थान पर रहे झामुमो के अंतु तिर्की टिकट न मिलने पर नाराज थे. उन्होंने झामुमो छोड़ दिया है तथा वह निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में खड़े हैं. इस बार एनडीए से अलग हुए आजसू ने भी यहां से अपना प्रत्याशी रामधन बेदिया के रूप में उतारा है, जो चुनौती खड़ी सकते हैं. बहरहाल क्षेत्र में सभी प्रत्याशी चुनाव प्रचार में लगे हैं. अभी इलाका वार लोगों से संपर्क किया जा रहा है.
तीन महत्वपूर्ण कार्य जो हुए
1. क्षेत्र के गांवोें में बिजली पहुंची
2. आइटीआइ का नया भवन बना
3. सड़क और नाली का निर्माण
तीन महत्वपूर्ण कार्य जो नहीं हुए
1. रिंग रोड फेज एक व दो पूरा नहीं
2. पुरुलिया रोड चौड़ीकरण नहीं
3. खेतों में सिंचाई की सुविधा नहीं
रोजगार के द्वार खोले : पाहन
विधायक रामकुमार पाहन ने कहा कि क्षेत्र में कई उल्लेखनीय काम हुए हैं. रोजगार के द्वार खोले गये हैं. सड़क, नाली, बिजली, पानी और शिक्षा के क्षेत्र में काम हुए हैं. खिजरी की अपनी पहचान होने लगी है.
कई समस्याएं हैं : अंतु तिर्की
तीसरे स्थान पर रहने वाले झामुमो के अंतु तिर्की (अब झाविमो में ) ने कहा कि गेतलसूद/रुक्का डैम के विस्थापितों को हक नहीं मिला. युवकों को रोजगार दिलाने में विफल रहे. क्षेत्र का विकास अधूरा है. शहर के करीब होने के बावजूद कई तरह की समस्याओं से क्षेत्र जूझ रहा है.
पिछले तीन चुनाव का रिकाॅर्ड
2005
जीते : कड़िया मुंडा, भाजपा
प्राप्त मत : 46101
हारे : सावना लकड़ा, कांग्रेस
प्राप्त मत : 43473
तीसरे स्थान : अमूल्य नीरज खलखो, यूजीडीपी
प्राप्त मत : 21345
2009
जीते : सावना लकड़ा, कांग्रेस
प्राप्त मत : 41172
हारे : रामकुमार पाहन, भाजपा
प्राप्त मत : 38394
तीसरे स्थान : अमूल्य नीरज खलखो, जेकेपी प्राप्त मत : 15387
2014
जीते : रामकुमार पाहन, भाजपा
प्राप्त मत : 94581
हारे :सुंदरी देवी, कांग्रेस
प्राप्त मत : 29669
तीसरे स्थान : अंतु तिर्की, झामुमो
प्राप्त मत : 22661