झारखंड विधानसभा चुनाव 2019 : प्रभात खबर से विशेष बातचीत में बोले रामेश्वर उरांव, कांग्रेस इस बार 31 में से 25 सीटें जरूर जीतेगी

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरांव इस बार लोहरदगा सीट से पार्टी के पूर्व अध्यक्ष रहे सुखदेव भगत से टक्कर लेने के लिए मैदान में हैं. सुखदेव भगत अब भाजपा के टिकट से अपनी किस्मत आजमायेंगे़ कांग्रेस अध्यक्ष को उम्मीद है कि पार्टी गठबंधन में 31 में से 25 सीट लेकर आयेगी. आने वाले दिनों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 27, 2019 7:00 AM
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरांव इस बार लोहरदगा सीट से पार्टी के पूर्व अध्यक्ष रहे सुखदेव भगत से टक्कर लेने के लिए मैदान में हैं. सुखदेव भगत अब भाजपा के टिकट से अपनी किस्मत आजमायेंगे़ कांग्रेस अध्यक्ष को उम्मीद है कि पार्टी गठबंधन में 31 में से 25 सीट लेकर आयेगी. आने वाले दिनों में गठबंधन की सरकार बनेगी. श्री उरांव का मानना है कि विपक्ष की एकजुटता और पूर्व की सरकार के प्रति नाराजगी उन्हें सत्ता तक ले जायेगी. कांग्रेस सरकार में शामिल होगी, लेकिन उपमुख्यमंत्री पद पर दावा नहीं करेंगे.
यूपीए की सरकार बनती है, तो कांग्रेस सरना धर्म कोड लागू करायेगी
Q आप अपने घोषणा पत्र के पांच एजेंडे बतायें, जिसको लेकर चुनाव में जा रहे हैं?
झारखंड आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र है़ लंबे समय से सरना आदिवासियों की मांग रही है कि उनके लिए अलग धर्म कोड बने़ यूपीए की सरकार बनती है, तो कांग्रेस सरना धर्म कोड लागू करायेगी़ हम अपनी सरकार में किसान और खेती को फोकस करेंगे़ 80 प्रतिशत लोग खेती पर निर्भर है़ं किसान कर्ज में डूबे है़ं
हम किसानों के दो लाख तक के कर्ज माफ करेंगे़ कांग्रेस की इस घोषणा से किसान खुश है़ं यहां के किसानों को धान का सही मूल्य नहीं मिल रहा है़ 13-14 रुपये किलो धान बिक रहा है़ हमारी सरकार आती है, तो छत्तीसगढ़ की तर्ज पर 25 सौ रुपये प्रति क्विंटल देंगे़ कांग्रेस शिक्षा पर विशेष जोर देगी़ ग्रामीण इलाकों के बच्चे शहर के बच्चों से कभी मुकाबला नहीं कर सकते है़ं
गांव के स्कूल पारा शिक्षक चला रहे है़ं लड़कियों की शिक्षा पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है़ मुख्यमंत्री रघुवर दास कहते हैं कि पूरे राज्य में सड़क बन गयी है. एनएच और कुछ एसएच को छोड़ दें, तो सड़कों की दुर्दशा है़ मुख्यमंत्री कभी गांव की सड़क जा कर देखे़ं सामाजिक सुरक्षा के क्षेत्र में काम किया जायेगा़ सभी तरह की पेंशन को वेतन की तरह रेगुलर किया जायेगा़
नौजवानों के लिए रोजगार की व्यवस्था भी प्राथमिकता होगी़ राज्य में सवा लाख से ज्यादा सरकारी रिक्तियां हैं, उसे सबसे पहले भरा जायेगा़ सरकार कांट्रैक्ट पर बहाली कर रही है, इससे काम चलनेवाला नहीं है़ यहां के लोगों को रोजगार दिया जाना चाहिए़ राज्य में खेल नीति बनाना जरूरी है़ हर पंचायत में खेल का मैदान होगा़ खेल और खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने की नीति बनेगी़ अर्जुन मुंडा की सरकार में मुझे खेल नीति का ड्राफ्ट तैयार करने को कहा गया था, हमने इस पर तैयारी की थी़
Q आपके विरोधियों का आरोप है कि कांग्रेस ने निर्दलीय को मुख्यमंत्री बना कर राज्य में लूट की संस्कृति पैदा की थी ?
मधु कोड़ा की सरकार का बाहर से समर्थन किया था़ उस समय कुछ हुआ था, ये सही है़ लेकिन आज क्या हालात है़ं सरकार के ही मंत्री रहे सरयू राय के पास मुख्यमंत्री के 32 घोटालों के कागजात है़ं कांग्रेस के जमाने में भ्रष्टाचार रहा होगा, लेकिन इतने बड़े पैमाने पर नहीं था
आज तो हर जगह भ्रष्टाचार है़ ब्लॉक से लेकर थाना में क्या हो रहा है़ मुझे एक आदमी ने बताया कि ब्लॉक में एक हजार घूस मांगा, काम करानेवाले के पास मोदी जी का नया दो हजार का नोट था़ ब्लॉक के अफसर ने कहा कि एक हजार यहीं जमा रहने दीजिए, फिर तो आना ही होगा़ भाजपा सरकार में घूस एडवांस में चल रहा है़ इनको अपने सरकार का भ्रष्टाचार नजर नहीं आ रहा है़ ये लोग हेलीकॉप्टर में उड़ रहे हैं, इनको दिख नहीं रहा है़ रांची-जमशेदुपर सड़क आज तक नहीं बनी. मुख्यमंत्री हेलीकॉप्टर से जमशेदपुर जाते है़ं
Q चुनाव में क्या संभावना देखते है़ं क्या लग रहा है?
क्या बोलू़ं मैं पहले खूब मुहावरा बोलता था़ मीडिया वाले इधर-उधर कर छाप देते हैं और दिखा देते हैं, तो मैंने बोलना ही बंद कर दिया़ क्या बोलूं, चुनाव के हालात कुछ ऐसे हैं : पानी में मछली, नौ-नौ कुटी बखरा़ अभी मछली पानी में है, नेता और वोट लेने वाले लगे है़ं समय पर ही पता चलेगा कि चुनाव में क्या होगा़ इतना तय है कि यूपीए मजबूत हो कर सामने आयेगा.
Q निर्दलीय मधु कोड़ा को समर्थन देने का अफसोस कांग्रेस को है या नहीं?
अतीत से तो सीखना ही चाहिए़ भविष्य में सुधार करना चाहिए़ मैं एक बात कहना चाहता हूं कि मधु कोड़ा की सरकार में बाहर रहते हुए हमलोगों ने कभी गलत काम का समर्थन नहीं किया़ हमारे प्रभारी अजय माकन थे. उन्होंने उस सरकार के खिलाफ जुलूस तक निकाला़ मुख्यमंत्री आवास तक हम गये. मुख्यमंत्री को ज्ञापन दिया़
Q भ्रष्टाचार था, तो सरकार से अलग क्यों नहीं हो गये, क्यों नहीं सरकार गिरा दी?
गिरा ही तो दी थी. शिबू सोरेन को मुख्यमंत्री बनाया गया था़ शिबू सोरेन तमाड़ से चुनाव हार गये़ कांग्रेस ने भ्रष्टाचार से समझौता नहीं किया है़ हमें मालूम हुआ कि उस सरकार में घोटाले हो रहे हैं, तो हमनेविरोध किया़
Q भाजपा का आरोप है कि यूपीए में कांग्रेस, झामुमो, राजद सब पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे है़ं भ्रष्टाचारियों का ही कुनबा है?
भाजपा सरकार में है, इसलिए इसके भ्रष्टाचार उजागर नहीं हो रहे़ समय आने दीजिए, इसके भ्रष्टाचार सामने आयेंगे़ गाेवा, कर्नाटक, महाराष्ट्र में ये किस तरह सरकार बना रहे है़ं किस तरह का हॉर्स ट्रेडिंग हो रही है, किससे छिपा है़ सत्ता से बाहर आने दीजिए, भ्रष्टाचार के सांप-बिच्छू सब निकलेंगे़
Q वर्तमान राजनीतिक हालात में झारखंड में हॉर्स ट्रेडिंग की संभावना देख रहे हैं क्या आप?
यूपीए के नेतृत्व में पूर्ण बहुमत की सरकार बनेगी़ यहां किसी को हॉर्स ट्रेडिंग का मौका नहीं मिलेगा़
Q भाजपा कहती है कि कांग्रेस, झामुमो और राजद सभी वंशवाद वाली पार्टी है, एक साथ जुट गये हैं?
यह कोई तर्क पूर्ण बात नहीं है़ सोनिया गांधी हमारी नेता हैं, हमारी उनके प्रति आस्था है़ यह कोई वंशवाद नहीं है़
Q बात झामुमो व राजद की भी तो है़ भाजपा कहती है ये वशंवादी पार्टी है?
मेरा बेटा अपने कर्तव्य, मेहनत से आगे बढ़ता है, तो क्या उसको अधिकार नहीं है़ यह भारत में ही नहीं अमेरिका में भी होता है़ बुश अमेरिका के राष्ट्रपति बने, उनके पिता भी राष्ट्रपति थे़ कोई अपनी बदौलत कुछ हासिल करता है, तो इसमें वंशवाद क्या है़ हेमंत सोरेन चुनाव नहीं जीतते, विधायक नहीं बनते, तो कौन उनको मुख्यमंत्री बनाता़ वह विधायक बने़ भारत में राजतंत्र नहीं चल रहा है. बेटे को भी साबित करना पड़ेगा़ ऐसे ही कोई राजगद्दी नहीं देता है़
Q कांग्रेस राष्ट्रीय पार्टी है, ऐसा नहीं लगता कि आप गठबंधन कर राज्यों में सिकुड़ रहे हैं ?
कालांतर में कांग्रेस का देश की राजनीति में एकाधिकार था़ कांग्रेस के सामने कुछ सोशलिस्ट थे. बाद में जनसंघ आया, लेकिन उनकी ताकत नहीं थी़ वामपंथ था, लेकिन राष्ट्रीय फलक पर उभर कर सामने नहीं आ पाया़ लेकिन बाद में देश के अलग-अलग हिस्से में क्षेत्रीय पार्टियां उभर कर सामने आयीं. कांग्रेस को क्षेत्रवाद व क्षेत्रीय पार्टियों से धक्का लगा़ कांग्रेस की पुरानी स्थिति नहीं रही़ कांग्रेस में क्षेत्रीय नेताओं को बढ़ावा नहीं मिला़ मैं साफ कहता हूं : कांग्रेस क्षेत्रीय नेताओं को बढ़ाती, तो यह स्थिति नहीं रहती़ कांग्रेस जैसी बड़ी पार्टियों में नीचे का चेहरा नहीं दिखता है़
Q विधानसभा चुनाव में आपको ज्यादा सीटें आती हैं, तो किस नेता पर विचार करेंगे?
चुनाव में हमें ज्यादा या कम जो भी सीटें आये, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ही होंगे़ विश्वास भी कोई चीज होती है़ दुनिया विश्वास पर चलती है़ हमने हेमंत सोरेन को अपना नेता मान लिया है़ सोनिया गांधी का निर्देश है, तो फिर इसमें कोई विचार नहीं हो सकता है़
Qयूपीए की सरकार बनती है, तो कांग्रेस सरकार में शामिल होगी? डिप्टी सीएम का पद मांगेगी क्या?
काहे नहीं होंगे़ उपमुख्यमंत्री का कोई मतलब नहीं है़ उपमुख्यमंत्री के पास क्या पावर रहता है. एक-दो विभाग रहेंगे और क्या़
Q आप 31 सीटों पर लड़ रहे हैं, कितनी सीट की उम्मीद है?
हम 25 सीटें जीतने जा रहे है़ं
Q कांग्रेस को अपने जनाधार पर इतना भरोसा़ आपके तीन प्रदेश अध्यक्ष दूसरे दल में चल गये?
संगठन चलता है़ किसी के आने-जाने से फर्क नहीं पड़ता है़
Q आपके पहले वाले अध्यक्ष सुखदेव भगत भाजपा में चले गये़ आप उनके खिलाफ चुनाव लड़ रहे है़ं क्या संभावना है?
ये पहले से आरएसएस में थे़ धुर्वा के कैंप में हिस्सा भी लिये थे़ जिला में भाजपा आदिवासी कोषांग के अध्यक्ष रह चुके है़ं ये नौकरी में थे़ इनको कांग्रेस में मैंने ही लाया था़ इनका वीआरएस स्वीकार नहीं हो रहा था़ मैंने सरकार से आग्रह कर वीआरएस स्वीकार कराया़ चुनाव लड़वाया़ ये लोहरदगा में परिवारवाद चला रहे थे़ अपने सांसद बनना चाहते थे, बेटे को विधायक और पत्नी को जिला परिषद का अध्यक्ष बनवा लिया़
Q भाजपा कांग्रेस पर एक संगीन आरोप लगाती है कि आप आदिवासी नेताओं को राजनीतिक रूप से खरीद लेते हैं?
कहनेवालों को कहने दीजिए़ ऐसी कोई बात नहीं है़ जयपाल सिंह की पार्टी का कांग्रेस में मर्जर हुआ था़ शिबू सोरेन के साथ गठबंधन हुआ, हमने संताल परगना की सीटें छोड़ दी थी़ पीवी नरसिंह राव ने झारखंड में सेंट्रल रूल लागू करने की बात कही थी़
Q भाजपा तो कहती है कि 1993 में ही झारखंड अलग हो जाता़ आप लोगों ने खरीद-फरोख्त की राजनीति की?
देखिए जब होना होता है, तो होता है़ झारखंड गठन में सोनिया गांधी की महत्वपूर्ण भूमिका रही है़ हमारे 13 मंत्रियों ने बिहार से इस्तीफा देकर झारखंड बनाने में भूमिका निभायी़ कांग्रेस नहीं होती, तो राज्यसभा से अलग राज्य का बिल पास नहीं होता़ कांग्रेस ने राजीव गांधी के नेतृत्व में अलग राज्य को लेकर कमेटी बनायी़ राज्य गठन के समय कांग्रेस ने लोकसभा में भी साथ दिया़
Q कांग्रेस संगठन के अंदर की गुटबाजी से परेशान रही है़ बड़े नेता ही अध्यक्ष के खिलाफ मोर्चाखोलते रहे है़ं ये नेता कब तक आपका साथ देंगे?
मेरा कोई गुट नहीं है़ मेरे लिए केवल सोनिया जी का गुट है़ मेरे जाने के बाद भी कोई गुट अफसोस ना करे, मेरा किसी गुट से लेना-देना नहीं है़ मेरे पास गुटबाजी नहीं चलेगी़
Q आजकल नेताओं को मीडिया से बहुत शिकायत रहती है, आपकी कोई शिकायत?
मुझे कोई शिकायत नहीं है़ मीडिया बिकी हुई नहीं है. अपना काम कर रही है़ हम ही मीडिया तक नहीं पहुंच पा रहे है़ं हमें मीडिया तक पहुंचना होगा़

Next Article

Exit mobile version