रांची : छह माह तक गड्ढों के बीच से ही गुजरना होगा वाहनों को
रांची : एनएच-23 के पलमा से बेड़ो के बीच अभी जर्जर पर ही लोगों को चलना पड़ेगा. अब अगले साल ही इसके निर्माण पर निर्णय होगा. ऐसे में अभी कुछ माह तक गड्ढों से होकर ही गाड़ियों का आना-जाना होगा. इंजीनियरों ने बताया कि पलमा से गुमला तक फोर लेन की योजना है. एनएचएआइ के […]
रांची : एनएच-23 के पलमा से बेड़ो के बीच अभी जर्जर पर ही लोगों को चलना पड़ेगा. अब अगले साल ही इसके निर्माण पर निर्णय होगा. ऐसे में अभी कुछ माह तक गड्ढों से होकर ही गाड़ियों का आना-जाना होगा.
इंजीनियरों ने बताया कि पलमा से गुमला तक फोर लेन की योजना है. एनएचएआइ के माध्यम से फोर लेन का काम होना है. योजना तैयार कर केंद्र सरकार को भेज दी गयी है. स्वीकृति मिलने के बाद टेंडर निष्पादन व काम शुरू कराने की प्रक्रिया में तीन से चार माह का समय लगेगा. इसके बाद ही काम शुरू हो सकेगा. अनुमान लगाया जा रहा है कि अभी कम से कम छह माह काम शुरू होने में लगेगा.
छह माह में चलने लायक नहीं रहेगी सड़क : फिलहाल पिस्का मोड़ से पलमा तक फोर लेन का काम हो गया है. पलमा के आगे कई साल पहले बनी पुरानी सड़क है.
बरसात में सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे हो गये थे, लेकिन इसकी मरम्मत नहीं करायी गयी. इस कारण यह सड़क दिन-प्रतिदिन जर्जर होती जा रही है. आये दिन बाइक सवार गिर कर घायल हो रहे हैं. इलाके के लोगों का कहना है कि अगर छह माह तक इसकी मरम्मत नहीं हुई, तो सड़क पूरी तरह गड्ढे में तब्दील हो जायेगी.