1951 व 1957 में दो-दो विधायक चुने गये पांच टर्म से जीत रहे भाजपा के सीपी सिंह, जानें रांची विधानसभा क्षेत्र का लेखा-जोखा
कुल वोटर 336635 पुरुष वोटर 179071 महिला वोटर 157564 रांची : रांची विधानसभा सीट में सबसे पहले झारखंड पार्टी और कांग्रेस में भिड़ंत होती थी. फिर भारतीय जनसंघ और कांग्रेस में होने लगी. 1990 से लेकर 2009 तक के चुनाव में भाजपा और कांग्रेस की ही टक्कर होती थी. पर भाजपा ही लगातार जीतती रही […]
कुल वोटर
336635
पुरुष वोटर
179071
महिला वोटर
157564
रांची : रांची विधानसभा सीट में सबसे पहले झारखंड पार्टी और कांग्रेस में भिड़ंत होती थी. फिर भारतीय जनसंघ और कांग्रेस में होने लगी. 1990 से लेकर 2009 तक के चुनाव में भाजपा और कांग्रेस की ही टक्कर होती थी. पर भाजपा ही लगातार जीतती रही है. 2014 में दूसरे स्थान पर झामुमो था.
इस बार फिर भाजपा, झामुमो, झाविमो,आजसू समेत अन्य के उम्मीदवार मैदान में हैं. रांची में 1951 और 1957 में दो-दो एमएलए चुने गये थे. 1951 में रांची के पहले एमएलए होने का गौरव झारखंड पार्टी (जेएचपी) के पॉल दयाल और कांग्रेस के रामरतन राम को हासिल है. 1957 में जेएचपी के जगन्नाथ महतो और कांग्रेस के रामरतन राम विधायक चुने गये थे. 1957 के बाद दो-दो एमएलए की व्यवस्था समाप्त हो गयी थी. रांची को रांची, कांके, खिजरी, सिल्ली और खूंटी सीटों में बांट दिया गया.
इसके बाद 1962 के चुनाव में कांग्रेस के अंबिका नाथ शाहदेव जीते. 1967 व 1969 में भारतीय जनसंघ के ननी गोपाल मित्रा, 1972 में कांग्रेस के देवदत्त साहू, फिर 1977 में ननी गोपाल मित्रा विधायक बने. 1990 से रांची सीट में भाजपा के ही उम्मीदवार जीत रहे हैं. 1995 में पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा यहां से विधायक रहे. उनके बाद 1995 में सीपी सिंह भाजपा से विधायक बने. तब से लेकर अब तक लगातार पांच टर्म से सीपी सिंह ही विधायक हैं.
तीन महत्वपूर्ण कार्य जो हुए
1. सिटी बस की सेवा आरंभ हुई
2. बड़ा तालाब जीर्णोद्धार का काम
3. सभी इलाकों में स्ट्रीट लाइट लगी
तीन महत्वपूर्ण कार्य जो नहीं हुए
1. हरमू रोड में फ्लाइओवर नहीं बना
2. कांटा टोली में फ्लाइओवर अधूरा
3. रवींद्र भवन का निर्माण नहीं हुआ
बहुत काम हुए : सीपी सिंह
पांच साल में बहुत काम हुए हैं, सबकी गिनती करना मुश्किल है. रांची में वेंडर मार्केट चालू हो गया. शहर के सारे तालाबों का सौंदर्यीकरण कराया गया है. स्मार्ट सिटी, रवींद्र भवन की आधारशिला रखी गयी. पेयजल के लिए फेज व और टू पर काम चल रहा है.
25 साल में क्या दिया : डॉ महुआ
25 साल बहुत बड़ी अवधि होती है. जनता ने उन्हें अवसर दिया, भरोसा किया. समझ नहीं आता है कि जनता को उन्होंने क्या दिया. राजधानी है ये और राजधानी में कोई सुविधा नहीं. रांची कहीं से भी राजधानी जैसा नहीं लगती. सफाई की स्थिति, स्कूलों की हालत खराब है.
2005
जीते : सीपी सिंह, भाजपा
प्राप्त मत : 74239
हारे : गोपाल प्रसाद साहू, कांग्रेस
प्राप्त मत : 48119
तीसरे स्थान : कृष्णा यादव, राजद
प्राप्त मत : 11370
2009
जीते : सीपी सिंह, भाजपा
प्राप्त मत : 66161
हारे : प्रदीप तुल्सयान, कांग्रेस
प्राप्त मत : 39050
तीसरे स्थान : मो सरफुद्दीन, झामुमो
प्राप्त मत : 5174
2014
जीते :सीपी सिंह, भाजपा
प्राप्त मत : 95760
हारे : महुआ माजी, झामुमो
प्राप्त मत : 36851
तीसरे स्थान : सुरेंद्र सिंह, कांग्रेस
प्राप्त मत : 7935