रांची : शहर में कूड़े का अंबार, निगम ने सफाई व्यवस्था को थ्री रेटिंग दी
स्वच्छ सर्वेक्षण. राजधानी को बेहतर रैंक मिले, इसकी हो रही तैयारी रोजाना डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन केवल 40% घरों में ही हो रहा है निगम की थ्री रेटिंग की हकीकत जानने के लिए केंद्रीय टीम रांची आयेगी रांची : स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 में राजधानी को बेहतर रैंक मिले, इसके लिए रांची नगर निगम ने […]
स्वच्छ सर्वेक्षण. राजधानी को बेहतर रैंक मिले, इसकी हो रही तैयारी
रोजाना डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन केवल 40% घरों में ही हो रहा है
निगम की थ्री रेटिंग की हकीकत जानने के लिए केंद्रीय टीम रांची आयेगी
रांची : स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 में राजधानी को बेहतर रैंक मिले, इसके लिए रांची नगर निगम ने शहर के सभी वार्डों को गाब्रेज फ्री बताते हुए थ्री स्टार रेटिंग दी है.
निगम का यह कहना है कि 90 प्रतिशत से अधिक घरों से प्रतिदिन कूड़े का उठाव हो रहा है. इसलिए निगम की सफाई व्यवस्था को देखते हुए सेल्फ डिक्लेरेशन (स्व घोषणा) के तहत थ्री स्टार रेटिंग दी गयी है. अगर किसी को इस पर आपत्ति है, तो वह 15 दिनों के अंदर निगम में अपनी आपत्ति दर्ज करा सकता है. निगम की इस थ्री स्टार रेटिंग की हकीकत जानने के लिए केंद्रीय टीम शहर का भ्रमण करेगी. सब कुछ सही पाये जाने पर निगम के दावों पर मुहर लगा दी जायेगी.
यह है हकीकत : नगर निगम ने जहां स्व घोषणा के तहत रांची शहर को थ्री स्टार रेटिंग दी है, वहीं हकीकत कुछ और है. शहर में सफाई व्यवस्था की हालत यह है कि रोजाना डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन केवल 40 प्रतिशत घरों में ही हो रहा है. इन 40 प्रतिशत घरों में भी अधिकतर घर व मोहल्ले वीवीआइपी लोगों के हैं. किसी मोहल्ले में सप्ताह में एक दिन, तो किसी मोहल्ले में 15 दिन में कूड़े का उठाव हो रहा है. सड़कों के किनारे जगह-जगह कूड़े का अंबार लगा है. इसकी बदबू से लोगों का जीना मुहाल है. कूड़े के कारण मक्खी-मच्छरों का प्रकोप भी बढ़ गया है.
शहर में एक माह तक प्रतिदिन उठेगा कूड़ा
स्वच्छ सर्वेक्षण-2020 जनवरी में शुरू होने जा रहा है. इस दौरान केंद्रीय टीम राजधानी आकर शहर की सफाई व्यवस्था सहित अन्य कई मानकों का जायजा लेगी. केंद्रीय टीम को यहां की सफाई व्यवस्था में कोई गड़बड़ी न दिखे, इसके लिए जनवरी माह से शहर के हर मोहल्ले में डोर टू डोर कचरा उठाव की व्यवस्था को दुरुस्त करवा दिया जायेगा. कूड़ा वाहन प्रतिदिन लाउडस्पीकर बजाते हुए गलियों में घूमेंगे. शहर के शौचालयों की सफाई भी प्रतिदिन दो शिफ्टों में करायी जायेगी. सर्वेक्षण के बाद शहर की स्थिति फिर पूर्व की तरह हो जायेगी.