झारखंड विधानसभा चुनाव 2019 : अमित शाह के बयान पर बोली आजसू, सीएम मंच नहीं, पंच से तय होगा

रांची : भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के बयानकि भाजपा बहुमत मिलने पर भी आजसू को साथ लेकर चलेगी, पर आजसू पार्टी ने प्रतिक्रिया व्यक्त की है. आजसू प्रवक्ता ने डॉ देवशरण भगत ने श्री शाह के बयान पर कहा है कि आजसू का समर्थन करने से पहले झारखंड के सवालों का समर्थन होना […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 30, 2019 1:52 AM
रांची : भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के बयानकि भाजपा बहुमत मिलने पर भी आजसू को साथ लेकर चलेगी, पर आजसू पार्टी ने प्रतिक्रिया व्यक्त की है. आजसू प्रवक्ता ने डॉ देवशरण भगत ने श्री शाह के बयान पर कहा है कि आजसू का समर्थन करने से पहले झारखंड के सवालों का समर्थन होना चाहिए. यहां की जनभावना का ख्याल होना चाहिए.
झारखंड के आदिवासी, मूलवासी और राज्य गठन के जो सपने-सरोकार हैं, उस पर बात होनी चाहिए. सीट शेयरिंग के समय भाजपा के ही कुछ नेता कह रहे थे कि आजसू की हैसियत क्या है, औकात क्या है? आज सुर तो बदले हैं, लेकिन चाल नहीं बदली है. नियत भी बदलनी चाहिए. यहां का फैसला अब दिल्ली में नहीं, झारखंड में होगा.
डॉ भगत ने कहा : हमारे सहयोगी को महाराष्ट्र से सबक लेनी चाहिए. राजनीतिक भूल सुधारने की जरूरत है. मुख्यमंत्री मंच से नहीं, पंच से तय होगा. मंच से स्वर नहीं उठना चाहिए, गांव की चौपाल की आवाज सुनी जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि गांव-जवार के मान-सम्मान और अस्मिता की बात है.
गांव जो तय करेगा, उस पर दिल्ली को चलना चाहिए. डॉ भगत ने कहा कि आजसू ने राज्य गठन से लेकर अब तक केवल यहां के स्वाभिमान और सम्मान की लड़ाई लड़ी है. हमारे सहयोगी को हमारी भावनाओं की कद्र करनी चाहिए. झारखंड के सवालों पर हम कोई समझौता नहीं कर सकते हैं. अब पार्टी गंगा से लेकर सोन तक फैल रही है. आम अवाम और हमारे कार्यकर्ता राज्य के इश्यू पर लड़ रहे हैं.
चुनावी बोल
जनता ने स्थिर सरकार दिया
झारखंड की जनता ने पांच साल तक स्थिर सरकार बनाने का मौका दिया था. इससे चौतरफा विकास हुआ. दोबारा भाजपा की सरकार बनती है, तो चक्रधरपुर को जिला, कराईकेला व टोकलो को प्रखंड बनायेंगे. चाईबासा में लाको बोदरा की प्रतिमा स्थापित की जायेगी. झारखंड नामधारी पार्टियों ने यहां के लोगों को केवल ठगा है.
– रघुवर दास, मुख्यमंत्री (चक्रधरपुर, मनोहरपुर व सोनुवा में)
विलय िकये गये स्कूल फिर खुलेंगे
रघुवर सरकार ने स्कूलों के साथ-साथ कई लाभकारी योजनाओं को भी बंद करा दिया. राज्य में झाविमो की सरकार बनी, तो रघुवर सरकार द्वारा विलय किये गये स्कूल फिर खुलेंगे. सरकार किसानों को पांच-छह हजार रुपये देकर उनकी जमीन बेच रही है. इस सरकार में किसी को रोजगार नहीं मिला.
बाबूलाल मरांडी, पूर्व मुख्यमंत्री (कुचाई, चक्रधरपुर व जमशेदपुर में)
बेदाग नहीं बदबूदार सरकार
राज्य में बेदाग नहीं, बदबूदार सरकार है. इस सरकार ने पांच साल में गंदगी फैलायी है. इस बार चुनाव में महागठबंधन रघुवर सरकार के पूरे कुनबे को समेट देगा. राज्य में कंबल घोटाले हुए हैं. सरकार गांव में स्कूल बंद करा रही है. स्कूल नजदीक से दिखता नहीं, पर शराब का ठेका दो किमी दूर से दिखता है.
– हेमंत सोरेन, झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष (दुमका में)
बदलेंगे स्थानीयता का फॉर्मूला
भाजपा सरकार इन पांच वर्षों में झारखंडी भावना को नहीं समझ पायी है. इस कारण गलत ढंग से स्थानीय नीति बनायी गयी. राज्य में सरकार बदलते ही स्थानीयता के फॉर्मूले को बदल दिया जायेगा. आजसू पार्टी अब साझा खेती करने पर विश्वास नहीं करती है. बल्कि अपने बल पर सरकार बनाने की बात सोच रही है.
-सुदेश महतो, अध्यक्ष, आजसू पार्टी (चंदनकियारी में)

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