प्रभात खबर से विशेष बातचीत में बोले सीताराम येचुरी, भारतीय राष्ट्रवाद के पक्षधर हैं वामदल
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव और पूर्व राज्यसभा सांसद सीताराम येचुरी ने कहा कि भाजपा हिंदुत्व राष्ट्रवाद को वकालत कर रही है.वहीं वामदल भारतीय राष्ट्रवाद की पक्षधर है. भारतीय राष्ट्रवाद में हिंदु, मुस्लिम, सिख, इसाई समेत सभी धर्म व समुदाय के लोग शामिल हैं. देश आर्थिक मंदी के दौर से गुजर रहा है. आठ कोर […]
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव और पूर्व राज्यसभा सांसद सीताराम येचुरी ने कहा कि भाजपा हिंदुत्व राष्ट्रवाद को वकालत कर रही है.वहीं वामदल भारतीय राष्ट्रवाद की पक्षधर है. भारतीय राष्ट्रवाद में हिंदु, मुस्लिम, सिख, इसाई समेत सभी धर्म व समुदाय के लोग शामिल हैं. देश आर्थिक मंदी के दौर से गुजर रहा है. आठ कोर सेक्टर की इंडस्ट्री का ग्रोथ निगेटिव है. संवैधानिक व्यवस्था पर चौतरफा हमला किया जा रहा है. वामदल विनिवेश की खिलाफ अपनी लड़ाई लड़ती रहेगी. श्री येचुरी ने वर्तमान राजनीति हालात, वाम दल की दशा-दिशा व झारखंड के मुद्दे पर प्रभात खबर के प्रमुख संवाददाता सतीश सिंह से विशेष बातचीत की़
Q देश की वर्तमान राजनीतिक हालात को आप कैसे देखते हैं?
इसमें कोई शक नहीं है कि देश आर्थिक मंदी के दौर से गुजर रहा है. कोर सेक्टर की आठ इंडस्ट्रीज का ग्रोथ निगेटिव है. सरकार पूंजीपतियों की मित्र है और उस पर मेहरबान है. सरकार ने पूंजीपतियों पर 2.15 लाख करोड़ रुपये निवेश किये हैं. अगर यह राशि सड़क, बिजली, पानी व अन्य बुनियादी सुविधाओं पर खर्च होती तो विकास के साथ-साथ लोगों को रोजगार भी मिलते. पिछले 50 साल की तुलना की जाये तो आज सबसे ज्यादा बेरोजगारी है. देश में मौलिक व जनवादी विचारों पर हमला किया जा रहा है. आवाज उठाने वाले लोगों को फर्जी मुकदमों में फंसाया जा रहा है. बंगाल में हिंसा व तनाव का अलग ही माहौल है. 40 हजार से ज्यादा कामरेड पिछले कई वर्षों से अपने घर नहीं गये हैं. जेएनयू में छात्रों के साथ क्या हुआ. आज महिलाएं सुरक्षित नहीं है. राजधानी रांची में लॉ कॉलेज की छात्रा के साथ दुष्कर्म हो रहा है.
Q भाजपा राष्ट्रवाद को मुद्दा बना कर आगे बढ़ रही है. ऐसे में वामदल अपने को कहां खड़ा पाता है?
वामदल हमेशा से राष्ट्रवाद का पक्षधर रहे हैं. भाजपा व वामदल के राष्ट्रवाद में फर्क है. भाजपा हिंदू राष्ट्रवाद की वकालत करती है. वहीं वामदल भारतीय राष्ट्रवाद का पक्षधर हैं. इसमें हिंदू, मुस्लिम, सिख, इसाई समेत सभी धर्म व जाति के लोग शामिल हैं. भाजपा जाति व संप्रदायवाद को बढ़ावा दे रही है. इससे संवैधानिक व्यवस्था ध्वस्त हो रही है.
Q भाजपा देश में एनआरसी लागू करने की वकालत कर रही है. इस पर आपके क्या विचार हैं?
अगर देशभर में एनआरसी लागू हुआ तो आतंकवाद फैलेगा. भाजपा ने इसे चुनावी मुद्दा बनाया था. पश्चिम बंगाल उपचुनाव में इसका कोई असर नहीं पड़ा. भाजपा की करारी हार हुई. असम सरकार के अंदर भी इसे लेकर विरोध है. सरकार की ओर से जारी एनआरसी सूची में 20 लाख लोगों के नाम नहीं हैं. इसमें कई सैनिक व अार्मी के जवान भी हैं. 1971 के बाद यहां ज्यादातर लोग आये थे. इसमें विधवाओं की संख्या ज्यादा थी. इनके पास संपत्ति का कोई रिकॉर्ड नहीं था.
Q चुनाव में राम मंदिर मुद्दा बनना चाहिए?
राम मंदिर का मामला पिछले कई वर्षों से न्यायालय में विचाराधीन था. सुप्रीम कोर्ट ने इस पर अपना फैसला सुनाया है, जिसे जनता स्वीकार कर रही है. इसमें भाजपा की क्या उपलब्धि है. आज भाजपा कोर्ट के फैसले को अपनी जीत बता रही है.
Q देश में वामदल सिमटता जा रहे हैं. क्या आपको लगता है कि नयी लीडरशीप नहीं आने के कारण ऐसा हो रहा है?
माकपा व वामदल अपना जनाधार बढ़ाने के लिए प्रयासरत हैं. सेकेंड लाइन की लीडरशीप तैयार हो रही है. केरल व बंगाल में नौजवानों को मौका दिया जा रहा है. जल्द ही युवाओं की टीम खड़ी होगी. झारखंड में वामदल का भी प्रतिनिधत्व हो, इसको लेकर प्रयास किया जा रहा है.
Q झारखंड में यूपीए गठबंधन से वामदल क्यों अलग रहा?
यह अफसोस की बात है कि वामदल यूपीए गठबंधन का हिस्सा नहीं है. गठबंधन को लेकर प्रयास भी किया गया, लेकिन बात नहीं बन पायी. वामदल का मुख्य मुद्दा है कि भाजपा को सत्ता में आने से रोकना. इसी उद्देश्य से पार्टी चुनाव लड़ रही है.
Q विकास के पैमाने पर आप झारखंड को कहां खड़ा पाते हैं?
झारखंड गठन के 19 साल बीत गये, लेकिन जिस मकसद से राज्य बना था, वह पूरा नहीं हो पाया है. आदिवासियों व मूलवासियों पर लगातार हमले हो रहे हैं. वन अधिकार कानून में संशोधन कर आदिवासी हितों पर हमले की तैयारी की गयी. इसी प्रकार सीएनटी-एसपीटी एक्ट में छेड़छाड़ का प्रयास किया गया.