कम पढ़े-लिखे साक्षर से लेकर विदेशों में पढ़े स्कॉलर भी हैं चुनावी मैदान में, बड़े राजनीतिक दलों ने उतारे हैं एक से बढ़ कर एक प्रत्याशी

चुनाव के लिए सभी पांचों चरण से प्रत्याशियों के नामांकन का काम पूरा हो गया. इस चुनाव में सभी पार्टियों ने अपने-अपने स्तर से सीट जिताने का दम रखनेवाले प्रत्याशियों का चयन किया है. इसमें कई ऐसे प्रत्याशी भी हैं, जो केवल साक्षर हैं. इसके साथ ही वैसे प्रत्याशियों पर भी राजनीतिक दलों ने दांव […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 5, 2019 7:08 AM
चुनाव के लिए सभी पांचों चरण से प्रत्याशियों के नामांकन का काम पूरा हो गया. इस चुनाव में सभी पार्टियों ने अपने-अपने स्तर से सीट जिताने का दम रखनेवाले प्रत्याशियों का चयन किया है. इसमें कई ऐसे प्रत्याशी भी हैं, जो केवल साक्षर हैं.
इसके साथ ही वैसे प्रत्याशियों पर भी राजनीतिक दलों ने दांव खेला है, जो सरकारी नौकरी छोड़ कर आये हैं. इसमें भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों के साथ-साथ पुलिस सेवा के अधिकारी भी चुनावी मैदान में हैं. कई प्रत्याशी प्रबंधन की पढ़ाई कर बड़े पदों की नौकरी छोड़ राजनीति कर रहे हैं. महिलाओं को प्रत्याशी बनाने में भी बड़े दलों ने कंजूसी बरती है.
भाजपा : विदेश में एमबीए से लेकर साक्षर तक को टिकट
भारतीय जनता पार्टी ने इस बार 79 सीट पर प्रत्याशी उतारा है. सिल्ली विधानसभा सीट पर प्रत्याशी नहीं दिया है. हुसैनाबाद में निर्दलीय प्रत्याशी विनोद सिंह को समर्थन किया है. पार्टी ने इस बार कुल सात महिलाओं को टिकट दिया है. कुल 79 प्रत्याशियों में गोड्डा के प्रत्याशी अमित मंडल ने इंग्लैंड के ब्राडफोर्ट यूनिवर्सिटी से मार्केटिंग में एमबीए किया है. श्री मंडल भाजपा के स्व रघुनाथ मंडल के पुत्र हैं.
पिता की निधन से बाद इस सीट से चुनाव लड़ कर पहले भी जीत चुके हैं. पार्टी ने दूसरी बार भारतीय प्रशासनिक सेवा से वीआरएस लेनेवाले जेबी तुबिद और भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी रहे लक्ष्मण सिंह को भी प्रत्याशी बनाया है. श्री सिंह घनवार से दूसरी बार चुनाव लड़ रहे हैं. वहीं, श्री तुबिद चाईबासा से पार्टी के प्रत्याशी हैं. इस बार भाजपा ने 32 स्नातक पास उम्मीदवारों को चुनाव मैदान में उतारा है.
नीरा यादव, लोईस मरांडी और शशिभूषण प्रसाद मेहता पीएचडी उपाधि धारक उम्मीदवार हैं. 15 पीजी पास उम्मीदवार भी चुनावी मैदान में हैं. इसी तरह छह मैट्रिक और 16 इंटर पास उम्मीदवार भी चुनावी मैदान में हैं. दो साक्षर महिला प्रत्याशी (पुष्पा देवी और रागिनी सिंह ) को भी चुनावी मैदान में उतारा है. पुष्पा देवी पूर्व सांसद मनोज कुमार की पत्नी है, जो छतरपुर से चुनाव लड़ रही हैं. वहीं रागिनी सिंह वर्तमान विधायक संजीव सिंह की पत्नी है.
कांग्रेस : कोई पीएचडी कोई आइटी से पीजी
कांग्रेस वर्तमान विधानसभा चुनाव में 31 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. इसमें छह महिला प्रत्याशियों को चुनावी मैदान में उतारा है. पार्टी के अध्यक्ष डॉ रामेश्वर उरांव खुद लोहरदगा से चुनाव लड़ रहे हैं. वह पीएचडी के साथ-साथ भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी रहे हैं. पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष सह जामताड़ा से पार्टी के प्रत्याशी डॉ इरफान अंसारी ने रशियन विवि से एमबीबीएस, एमडी किया है.
महिला उम्मीदवार पूर्णिमा नीरज सिंह (झरिया) ने एडवरटाइजिंग एंड मार्केटिंग में स्नातक किया है. महिला उम्मीदवार दीपिका पांडेय सिंह (महगामा) ने इंफॉरमेशन टेक्नोलोजी (आइटी) में पीजी किया है. केएन त्रिपाठी (डालटनगंज), नमन बिक्सल कोंगारी (कोलेबिरा) व अंबा प्रसाद साहू (बड़कागांव) तीनों एलएलबी हैं. डॉ आरसी प्रसाद मेहता (हजारीबाग) के पास डीएचएमएस (डिप्लोमा इन होमियोपैथी साइंस) की शिक्षा ली है.
झामुमो : इंजीनियर से लेकर छठवीं पास तक
विधानसभा चुनाव में झामुमो ने 43 प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतारा है. इसमें इंजीनियर से लेकर छठी पास को उम्मीदवार बनाया गया है.
पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन खुद इंटरमीडिएट तक पढ़े हैं. उन्होंने अपनी पढ़ाई पटना से की है. चंदनकियारी प्रत्याशी विजय रजवार इंजीनियर हैं. वहीं गोमिया से छठी पास विधायक बबीता महतो को प्रत्याशी बनाया गया है. सीमा महतो व सरफराज अहमद ने पीजी किया है. वहीं महुआ माजी ने पीएचडी किया है. महुआ माजी प्रदेश की जानी-मानी साहित्यकार हैं. उन्होंने कई पुस्तकें लिखी, जिसके लिए देश-विदेश में सम्मानित किया है. वह रांची विधानसभा सीट से उम्मीदरार हैं.
स्टीफन मरांडी व दिनेश विलियम मरांडी ने एलएलबी की पढ़ाई की है. रवींद्र महतो व सुदीप गुड़िया बीएड उत्तीर्ण हैं. पार्टी ने 12 मैट्रिक पास, नौ इंटर पास व 10 स्नातक की डिग्री रखने वालों को उम्मीदवार बनाया है. पार्टी ने छह महिला को चुनाव मैदान में उतारा है. इसमें जोबा मांझी, महुआ माजी, सीमा महतो, बबीता महतो, सविता महतो व सीता सोरेन शामिल हैं.
झाविमो : डॉक्टर और इंजीनियर से लेकर साक्षर तक हैं पार्टी के प्रत्याशी
झारखंड विकास मोर्चा (झाविमो) ने सभी 81 सीटों पर प्रत्याशी को उतारा है. झाविमों के प्रत्याशियों में डॉक्टर, इंजीनियर, प्रोफेसर, राज्य प्रशासनिक सेवा के सेवानिवृत्त अधिकारी,पीजी, स्नातक, एलएलबी से लेकर साक्षर प्रत्याशी भी हैं. झामुमो ने चार डॉक्टर, दो इंजीनियर, दो प्रोफेसर, चार वकील,नौ एमए पास, 28 स्नातक, 19 इंटर पास, 13 मैट्रिक या इसके करीब साक्षर को प्रत्याशी बनाया है. झाविमो के अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी खुद स्नातक हैं. वहीं डालटेनगंज से डॉ राहुल अग्रवाल,घाटशिला से डॉ सुनीता कुमारी, टुंडी से डॉ सबा अहमद व जरमुंडी से डॉ संजय कुमार एमबीबीएस डॉक्टर हैं.
पोड़ैयाहाट से विधायक व प्रत्याशी प्रदीप यादव भी एमए पास हैं. सिल्ली से उमेश महतो व चंदनकियारी से रोहित कुमार दास इंजीनियर हैं. चार प्रत्याशी वकील हैं. बोरियो से बाबूलाल मुर्मू झारखंड प्रशासनिक सेवा के अधिकारी रह चुके हैं. वह डीडीसी के पद से रिटायर हुए हैं. महेशपुर से शिवधन हेंब्रम एमए पास हैं और फुटबॉल खिलाड़ी भी हैं.
आजसू : अधिवक्ता से लेकर राप्रसे के अफसर तक को दिया टिकट
आजसू पार्टी ने विधानसभा चुनाव में कुल 53 उम्मीदवार उतारा है. पार्टी ने इस बार वकील से लेकर राज्य प्रशासनिक सेवा के अफसर तक को टिकट दिया है. लंबोदर महतो राज्य प्रशासनिक सेवा के पदाधिकारी थे. उन्होंने राजनीित में आने से पहले वीआरएस ले लिया. उन्होंने एमबीए भी किया गया है. पार्टी ने उन्हें गोमिया से टिकट दिया है.
पार्टी ने एलएलबी किये हुए दो लोगों टुंडी से राज किशोर महतो व हटिया से भरत कांशी को अपना उम्मीदवार बनाया है. श्री महतो झारखंड हाइकोर्ट के वरीय अधिवक्ता हैं. एक प्रत्याशी जामा से स्टेफी टेरेसा मुर्मू ने पीएचडी की उपाधि प्राप्त की है. पार्टी अध्यक्ष सुदेश कुमार महतो के साथ ही पाकुड़ प्रत्याशी अकील अख्तर, कोडरमा प्रत्याशी शालिनी गुप्ता, रामगढ़ प्रत्याशी सुनीता चौधरी, घाटशिला प्रत्याशी प्रदीप बलमुचु व सिमरिया प्रत्याशी मनोज कुमार चंद्रा ने एमए की डिग्री की हासिल की है. वहीं कई ऐसे प्रत्याशी भी हैं, जिनकी पढ़ाई-लिखाई औसत दर्जे की है, लेकिन लोकप्रियता काफी अधिक.
दल पीजी स्नातक इंटर मैट्रिक साक्षर अन्य
भाजपा 15 32 16 06 02 08
कांग्रेस 06 14 05 03 01 02
झामुमो 02 10 09 12 03 07
झाविमो 09 28 19 05 08 12
आजसू 07 10 13 06 05 12

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