जैन ने कंपनियों के कर्ज को एनपीए घोषित होने से रोका

एजेंसियां, नयी दिल्ली.सिंडिकैट बैंक के निलंबित चेयरमैन व सीएमडी एसके जैन ने भूषण स्टील व प्रकाश इंडस्ट्रीज से समय से वसूल नहीं होनेवाले 100 करोड़ रुपये से अधिक के कर्जों को गैर निष्पादित आस्ति (एनपीए) घोषित किए जाने से कथित रूप से रोका था. सीबीआइ सूत्रों ने यह जानकारी दी है. सीबीआइ ने जैन को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 5, 2014 6:00 PM

एजेंसियां, नयी दिल्ली.सिंडिकैट बैंक के निलंबित चेयरमैन व सीएमडी एसके जैन ने भूषण स्टील व प्रकाश इंडस्ट्रीज से समय से वसूल नहीं होनेवाले 100 करोड़ रुपये से अधिक के कर्जों को गैर निष्पादित आस्ति (एनपीए) घोषित किए जाने से कथित रूप से रोका था. सीबीआइ सूत्रों ने यह जानकारी दी है. सीबीआइ ने जैन को पिछले दिनों इन कंपनियों से कथित रूप से रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया है और सरकार ने उन्हें निलंबित कर दिया है. ऋण के एनपीए घोषित होने पर कंपनियों के लिए आगे बैंकों से कर्ज हासिल करना कठिन और महंगा हो सकता था. सूत्रों के अनुसार, जैन रिश्वत की राशि के बारे में कंपनियों से सीधे बातचीत करते थे और एक बार सौदा तय होने पर धन हासिल करने के लिए हवाला का रास्ता अपनाया जाता था.रिजर्व बैंक ने शुरू की खातों की जांच मुंबई. रिजर्व बैंक ने मंगलवार को कहा कि उसने सिंडिकेट बैंक के बही-खातों की जांच शुरू कर दी है. बैंक के अध्यक्ष एवं सीएमडी एसके जैन को पिछले दिनों कथित तौर पर 50 लाख रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में सीबीआइ ने गिरफ्तार किया है. रिजर्व बैंक गवर्नर रघुराम राजन ने स्वीकार किया कि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में संचालन से जुड़ी समस्याएं हैंै. उन्होंने बैंकों में ऋण मंजूरी में पारदर्शिता बढ़ाने की जरूरत को रेखांकित किया. राजन ने कहा कि मेरा मानना है कि आगे इसके असर को सोचे-समझे बिना इस मामले को पूरी बैंकिंग प्रणाली से जोड़ते हुए बेहद सावधान रहने की जरूरत है. इससे निश्चित तौर पर एक मुश्किल मसला उठा है.

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