रांची : एनएचआरसी को सिसई में हुई घटना की भेजी रिपोर्ट

रांची : सात दिसंबर को सिसई के बघनी बूथ पर पुलिस और ग्रामीणों के बीच हुई झड़प और फायरिंग को लेकर गुमला एसपी ने रिपोर्ट तैयार की है़ िरपोर्ट राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) को भेज दी गयी है. रिपोर्ट के अनुसार एक केस के शिकायतकर्ता प्रधान शिक्षक रामाशीष प्रसाद हैं. वह मतदान केंद्र पर पीठासीन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 11, 2019 9:25 AM
रांची : सात दिसंबर को सिसई के बघनी बूथ पर पुलिस और ग्रामीणों के बीच हुई झड़प और फायरिंग को लेकर गुमला एसपी ने रिपोर्ट तैयार की है़ िरपोर्ट राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) को भेज दी गयी है.
रिपोर्ट के अनुसार एक केस के शिकायतकर्ता प्रधान शिक्षक रामाशीष प्रसाद हैं. वह मतदान केंद्र पर पीठासीन पदाधिकारी के रूप में चुनाव ड्यूटी में तैनात थे. वह प्रतिनियुक्त बल के साथ मतदान करा रहे थे.
लेकिन बघनी के ही कुछ दबंग प्रवृति के मतदाता लाइन से हटकर मतदान करना चाह रहे थे. पुलिसकर्मियों ने लाइन में लगकर मतदान करने को कहा, लेकिन वे मानने नहीं और 10-12 लोग पुलिस से हाथापाई और धक्का-मुक्की करने लगे. पुलिस का राइफल छीनने और उससे फायरिंग करने का प्रयास करने लगे. उसी क्रम में हथियार से गोली चल गयी और हथियार छीनने वाले एक व्यक्ति मो अशफाक अंसारी को जांघ में गोली लग गयी. उसे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सिसई भेजा गया, जहां से बेहतर इलाज के लिए रिम्स भेजा गया. इस घटना के बाद ग्रामीण काफी उग्र हो गये और पुलिस को निशाना बनाकर पत्थर चलाने लगे थे. इस कारण सभी पुलिसकर्मी स्कूल भवन की छत पर चढ़ गये. इसके बाद पुलिस ने आत्मरक्षा के लिए हवाई फायरिंग की.
दूसरी तरफ सूचना मिलने पर बूथ जा रहे बीडीओ और सिसई थाना प्रभारी को बीच रास्ते में ग्रामीणों ने पथराव और लाठी- डंडा से हमला कर घायल कर दिया.
ग्रामीणों ने पोलिंग पार्टी तथा सशस्त्र बल को जान से मारने की नीयत से गाली-गलौज करते हुए लाठी-डंडा, तलवार, भाला, टांगी आदि हथियार लेकर स्कूल भवन को चारों ओर से घेर लिया, जिसके कारण मतदान कार्य प्रभावित हुआ. इसी बीच ग्रामीणों द्वारा यह भी बताया गया कि गोली-बारी में एक ग्रामीण जिलानी अंसारी की मौत हो गयी. इस संबंध में मृतक की पत्नी रौशन जहां की शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज की गयी है. शिकायत में उसका आरोप है कि ड्यूटी में तैनात पुलिस द्वारा स्कूल भवन की छत से फायरिंग की जा रही थी. जिसमें उनके पति की गोली लगने से मौत हो गयी. घटना में बूथ पर तैनात पांच पुलिसकर्मियों पर हत्या का आरोप लगाते हुए केस दर्ज किया गया है. लेकिन मेडिकल बोर्ड ने पोस्टमार्टम में जिलानी की मृत्यु गोली लगने से नहीं बल्कि धारदार हथियार से होना बताया है.
जिलानी के परिजनों से मिले झामुमो के नेता
रांची़ शिबू सोरेन एवं हेमंत सोरेन के निर्देश पर झामुमो के एक प्रतिनिधिमंडल ने जिलानी अंसारी के परिजनों से मुलाकात की और स्थिति की जानकारी ली. साथ ही हर संभव सहायता करने का आश्वासन दिया. प्रतिनिधिमंडल में विधायक चमरा लिंडा, केंद्रीय महासचिव विनोद कुमार पांडेय, सिसई विधानसभा क्षेत्र से पार्टी के प्रत्याशी जिगा मुंडा एवं गुमला जिला अध्यक्ष भूषण तिर्की शामिल थे.

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