मिथिलेश झा
रांची : क्या यह सच है कि उम्र के 70 साल पूरे करने के बाद झारखंड में लोगों की चुनाव लड़ने की दिलचस्पी खत्म हो जाती है! झारखंड इलेक्शन वॉच और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स ने झारखंड विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण के उम्मीदवारों के शपथ पत्र का जो विश्लेषण किया है, उससे तो ऐसा ही लगता है. 70 साल से अधिक उम्र के सिर्फ 3 उम्मीदवार विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं.
61 से 70 साल के बीच की उम्र के 22 लोग चुनाव के मैदान में हैं. यानी मात्र 25 लोग ऐसे हैं, जो रिटायरमेंट के बाद भी चुनाव लड़ रहे हैं. 8 जिलों की 17 सीटों के लिए हो रहे चुनाव में कुल 309 उम्मीदवार मैदान में हैं. झारखंड इलेक्शन वॉच ने उम्मीदवारों की ओर से निर्वाचन आयोग में दाखिल उनके शपथ पत्रों का विश्लेषण किया.
इसके आधार पर जो तालिका दी गयी है, उसके मुताबिक, वर्ष 2019 के लिए हो रहे विधानसभा चुनाव में सबसे ज्यादा 96 उम्मीदवार 31 से 40 साल की उम्र के हैं. 41 से 50 साल की उम्र के 94 लोग चुनाव लड़ रहे हैं. 51 से 60 साल की उम्र के चुनाव लड़ने वाले लोगों की संख्या मात्र 49 है. 25 से 30 साल की उम्र के 41 लोग चुनाव के मैदान में उतरे हैं, जो बताता है कि प्रदेश के युवाओं की राजनीति में दिलचस्पी बढ़ रही है.
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और तो और 25 साल से कम उम्र का भी एक उम्मीदवार चुनाव के मैदान में कूद पड़ा है. अब सवाल है कि 25 साल से कम उम्र के किसी व्यक्ति के नामांकन को स्वीकार कैसे किया गया? भारत का संविधान 25 साल से कम उम्र के किसी व्यक्ति को कोई भी चुनाव लड़ने की अनुमति नहीं देता. खैर, तीन ऐसे भी उम्मीदवार हैं, जिन्होंने अपने शपथ पत्र में अपनी उम्र का खुलासा नहीं किया है. यानी उन्होंने अपनी उम्र नहीं बतायी है.