बरसात आते ही रिंग रोड पर चलना हुआ बंद

काठीटांड़-विकास तक रिंग रोड बनने की अभी उम्मीद नहींप्रमुख संवाददाता,रांचीबरसात आते ही अधूरे बने रिंग रोड (कांठीटांड़ से विकास) पर चलना मुश्किल हो गया है. कांठीटांड़ (तिल्ता) से मनातू होकर सुकरहुटू-कांके जाना कठिनाई भरा हो गया है. इस रूट में सड़क कच्ची है, वहां कीचड़ भर गया है. इस पर पैदल चलना भी मुश्किल है. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 5, 2014 10:00 PM

काठीटांड़-विकास तक रिंग रोड बनने की अभी उम्मीद नहींप्रमुख संवाददाता,रांचीबरसात आते ही अधूरे बने रिंग रोड (कांठीटांड़ से विकास) पर चलना मुश्किल हो गया है. कांठीटांड़ (तिल्ता) से मनातू होकर सुकरहुटू-कांके जाना कठिनाई भरा हो गया है. इस रूट में सड़क कच्ची है, वहां कीचड़ भर गया है. इस पर पैदल चलना भी मुश्किल है. दोपहिया वाहन चालक फिसल कर गिर जाते हैं. वहीं चार पहिया वाहनों का आना-जाना बंद हो गया है. कीचड़ में चार पहिया वाहन फंस जाते हैं. बरसात में इस सड़क से आवागमन न के बराबर हो रहा है. यही स्थिति पिछले साल भी हुई थी. पिछले चार सालों से इस सड़क की हालत बरसात में काफी खराब हो जाती है. डीपीआर बन कर है तैयारइस परियोजना के लिए डीपीआर बन कर तैयार है. करीब 354 करोड़ रुपये की लागत से रिंग रोड बनाने का प्रस्ताव तैयार किया गया है. इस राशि से 21 किमी सड़क बनेगी. सड़क को सिक्स लेन बनाना है. विभागीय सूत्रों के मुताबिक इसे कैबिनेट से पास कराना होगा. इसके बाद ही काम करने की प्रक्रिया शुरू हो सकेगी. 151 करोड़ में बन रहा था रोडइस सड़क का काम 151 करोड़ रुपये में हो रहा था, पर काम की धीमी गति के कारण एजेंसी को टर्मिनेट कर दिया गया. एजेंसी को दो बार समय विस्तार दिया गया, पर तीसरी बार उसे समय नहीं दिया गया और उसे टर्मिनेट कर नये सिरे से बनाने का फैसला लिया गया है. एक साल से मामला लटकानये सिरे से रिंग रोड बनाने का मामला भी एक साल से अधिक समय से लटका हुआ है. इसके लिए डीपीआर बना लिया गया है, फिर भी निर्माण का मामला लटका हुआ है.

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