रांची : चौथे चरण में भी 2014 से कम मतदान 2122 बूथों पर वेबकास्टिंग की गयी

रांची : सोमवार को हुए मतदान के बाद कोयलांचल की 13 और संताल परगना की दो सीटों पर खड़े 221 प्रत्याशियों की किस्मत इवीएम में लॉक हो गयी.राज्य में चौथे चरण के चुनाव में भी मतदान का उत्साह अपेक्षाकृत कम ही दिखायी दिया. गत चुनाव की अपेक्षा इस बार मतदान प्रतिशत में गिरावट दर्ज की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 17, 2019 6:46 AM
रांची : सोमवार को हुए मतदान के बाद कोयलांचल की 13 और संताल परगना की दो सीटों पर खड़े 221 प्रत्याशियों की किस्मत इवीएम में लॉक हो गयी.राज्य में चौथे चरण के चुनाव में भी मतदान का उत्साह अपेक्षाकृत कम ही दिखायी दिया. गत चुनाव की अपेक्षा इस बार मतदान प्रतिशत में गिरावट दर्ज की गयी. इस चरण में 15 विधानसभा सीटों पर कुल 62.46 फीसदी लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. जबकि, 2014 के चुनाव में 65.52 प्रतिशत लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था.
सबसे अधिक 74.50 प्रतिशत मतदान चंदनकियारी में रिकार्ड किया गया. मधुपुर विधानसभा के लिए 72.90 प्रतिशत लोगों ने वोट डाला. वहीं, सबसे कम वोटिंग प्रतिशत बोकारो का रहा. बोकारो में केवल 50.64 फीसदी लोगों ने मतदान किया. मधुपुर, देवघर, गांडेय, बोकारो, चंदनक्यारी, सिंदरी, निरसा, धनबाद, झरिया और बाघमारा में सुबह सात से शाम पांच बजे तक मतदान हुआ. जबकि, बगोदर, जमुआ, गिरिडीह, डुमरी और टुंडी में सुबह सात से अपराह्न तीन बजे तक वोटिंग की गयी.
चुनाव के दौरान छिटपुट घटनाओं को छोड़ कर कहीं से किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है. कुछ जगहों पर इवीएम में खराबी के कारण थोड़ी देर तक मतदान बाधित रहा. लेकिन, वैकल्पिक इवीएम की उपलब्धता सुनिश्चित रहने के कारण जल्द ही मतदान शुरू करा दिया गया.
चुनाव आयोग के मुताबिक तय समय तक मतदान केंद्रों में मौजूद सभी मतदाताओं को वोट करने का अधिकार दिया गया. चुनाव में रिजर्व समेत कुल 9902 बैलेट यूनिट, 7628 कंट्रोल यूनिट और 7931 वीवीपैट का इस्तेमाल गया. इस चरण में कुल 6,101 मतदान केंद्र बनाये गये थे. इनमें से 4,296 मतदान केंद्र ग्रामीण और 1,805 शहरी इलाके में थे. नक्सल प्रभावित इलाकों के 587 मतदान केंद्रों को चुनाव आयोग ने अति संवेदनशील और 405 को संवेदनशील थे.
गैर नक्सल इलाकों में भी 546 बूथों को अति संवेदनशील और 2,665 को संवेदनशील मान कर सुरक्षित मतदान की व्यवस्था की गयी थी. मतदान के दौरान चुनाव आयोग चुनावी प्रक्रिया पर कड़ी नजर रखे हुए था. 2122 बूथों पर वेबकास्टिंग की गयी. शेष जगहों पर आयोग जिला निर्वाची पदाधिकारियों के सीधे संपर्क में था.
रांची. चौथे चरण के मतदान में 92.43 प्रतिशत दिव्यांग मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया. इस चरण में दिव्यांग मतदाताओं की कुल संख्या 64,318 थी. दिव्यांग मतदाताओं की सहूलियत के लिए मतदान केंद्रों में 2504 व्हील चेयर की व्यवस्था की गयी थी और उनकी मदद के लिए 4039 वॉलेंटियर्स तैनात थे. इसके अलावा दिव्यांग मतदाताओं को घर से मतदान केंद्र तक लाने व ले जाने के लिए 3432 वाहनों का इस्तेमाल किया गया था. इससे पहले तीसरे चरण में 88.48 प्रतिशत, दूसरे चरण और पहले चरण में भी लगभग 84 प्रतिशत दिव्यांग मतदाताओं ने मतदान किया था.
दिव्यांग मतदाताओं ने दिया वोट
48 बैलेट यूनिट, 50 कंट्रोल यूनिट और 121 वीवीपैट बदले गये
चौथे चरण में मॉक पोल से लेकर मतदान प्रक्रिया पूरी होने तक 48 बैलेट यूनिट, 50 कंट्रोल यूनिट और 121 वीवीपैट बदले गये. इनको बदलने का काम निर्धारित समय में पूरा हो जाने से मतदान बाधित नहीं हुआ. चुनाव के लिए 25 प्रतिशत बैलेट यूनिट, 25 परसेंट कंट्रोल यूनिट और 35 प्रतिशत वीवीपैट सुरक्षित रखे गये थे.

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