पिस्कानगड़ी : मौसम में अचानक परिवर्तन और कुहासे की मार से आलू और मटर के फसल को काफी नुकसान पहुंचा है. कुहासे से आलू का पौधा झुलस कर मर जा रहा है.
जिससे किसान काफी आहत हैं. किसानों को उम्मीद थी कि फसल अच्छी होगी. हरही गांव के किसान दिलीप महतो का दो एकड़, नरेश महतो का दो एकड़, कपिल महतो एक एकड़, अंकुन हज़म एक एकड़, प्रेमनाथ एक एकड़, संतोष महतो 80 डिसमिल, पंचू महतो का दो एकड़, आनंद महतो का तीन एकड़, साहेर पंचायत के किसान दयानंद महतो का 30 डिसमिल, महेश महतो का एक एकड़, तपेश महतो का एक एकड़, उमेश महतो का एक एकड़, सूदन महतो का 60 डिसमिल, अजय महतो का 50 डिसमिल, कमल महतो का 50 डिसमिल, राजेश महतो, बिनोद महतो और दशरथ महतो तीनों का 20 -20 डिसमिल में लगे आलू फसल को काफी नुकसान हुआ है.
चिपरा के बोबरो पंचडीह के किसान सुलेंद्र महतो का 50 डिसमिल, झरी मुंडा का 50 डिसमिल, मदन महतो, फूलचंद, राजेश सभी का 50 डिसमिल और मोहन मुंडा का 50 डिसमिल जमीन में आलू का फसल लगी है, जो कुहासे में बर्बाद हो गया.