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एग्जिट पोल : भाजपा पीछे, झामुमो गठबंधन को बढ़त, 23 को आयेगा चुनाव परिणाम
नयी दिल्ली/रांची : झारखंड में शुक्रवार को पांचवें और अंतिम चरण का चुनाव समाप्त हो गया. असल नतीजे तो 23 दिसंबर को आयेंगे, लेकिन एग्जिट पोल के अनुमान की मानें तो राज्य में झामुमो गठबंधन मजबूत नजर आ रहा है. एग्जिट पोल के अनुसार राज्य में भाजपा के लिए मुश्किल होने वाली है, जबकि झारखंड […]
नयी दिल्ली/रांची : झारखंड में शुक्रवार को पांचवें और अंतिम चरण का चुनाव समाप्त हो गया. असल नतीजे तो 23 दिसंबर को आयेंगे, लेकिन एग्जिट पोल के अनुमान की मानें तो राज्य में झामुमो गठबंधन मजबूत नजर आ रहा है.
एग्जिट पोल के अनुसार राज्य में भाजपा के लिए मुश्किल होने वाली है, जबकि झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) और कांग्रेस गठबंधन को बढ़त दिख रही है. किसी भी एग्जिट पोल में भाजपा बहुमत के करीब नहीं दिखायी दे रही है. आइएएनएस-सी वोटर -एबीपी एग्जिट पोल के अनुसार, जेएमएम के नेतृत्व वाले गठबंधन को 35 सीटें मिलने का अनुमान है, जबकि बीजेपी को 32 सीटें मिल सकती हैं. मालूम हो कि राज्य की 81 सदस्यीय विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा 41 है.
इंडिया टुडे एक्सिस माय इंडिया के एग्जिट पोल के अनुसार, झारखंड में जेएमएम-कांग्रेस की सरकार बनने का अनुमान है. एक्सिस माय इंडिया के अनुसार, बीजेपी को 22-32, जेएमएम+ को 38-50, जेवीएम को 2-4, आजसू को 3-5 और अन्य को 4-7 सीटें मिल सकती हैं. टाइम्स नाउ के एग्जिट पोल के अनुसार झारखंड में भाजपा को 28 सीटें मिलने का अनुमान है, जबकि कांग्रेस, जेएमएम और आरजेडी गठबंधन को 44 सीटें मिलती दिख रही हैं.
पिछले चुनाव में पार्टियों का प्रदर्शन
2014 के पिछले झारखंड विधानसभा चुनाव में कुल 81 सीटों में से भाजपा ने 37 पर जीत ( 31.3 प्रतिशत वोट शेयर) हासिल की थी. आजसू ने 3.7 प्रतिशत वोट शेयर के साथ पांच सीटें जीती थीं. झारखंड मुक्ति मोर्चा का वोट शेयर 20.4 प्रतिशत था और पार्टी की झोली में 19 सीटें आयी थीं. बाबूलाल मरांडी के झारखंड विकास मोर्चा ने करीब 10 प्रतिशत वोट शेयर के साथ आठ सीटों पर जीत हासिल की थी.
जेएमएम गठबंधन वोट % में भी आगे
इंडिया टुडे-एक्सिस माय इंडिया के सर्वे में भी भाजपा के खिलाफ जनादेश की स्थिति दिख रही है. इंडिया टुडे-एक्सिस माय इंडिया के एक्जिट पोल में कांग्रेस-जेएमएम-आरजेडी गठबंधन को 38 फीसदी और बीजेपी को 34 फीसदी वोट मिलने की बात कही जा रही है.
पांच चरणों में हुए चुनाव
81 सदस्यीय झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए पांच चरणों में 30 नवंबर से 20 दिसंबर के बीच चुनाव हुए. चुनाव में अर्थव्यवस्था की खराब सेहत से लेकर आर्टिकल 370 हटाये जाने, अयोध्या विवाद में सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक फैसले जैसे राष्ट्रीय मुद्दों की भी गूंज रही.
महागठबंधन-भाजपा के बीच मुकाबला
मुख्य मुकाबला भाजपा और झामुमो की अगुआई वाले महागठबंधन के बीच है. महागठबंधन में कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल भी शामिल है और उन्होंने जेएमएम नेता हेमंत सोरेन की अगुआई में चुनाव लड़ा. महागठबंधन की तरफ से जेएमएम के 43, कांग्रेस के 31 और आरजेडी के सात उम्मीदवार हैं. लोकसभाचुनाव में महागठबंधन का हिस्सा रही पूर्व मुख्यमंत्री बाबू लाल मरांडी की झारखंड विकास मोर्चा इस बार महागठबंधन में नहीं है.
‘65 पार’ नारा ही नहीं, सच साबित होगा
भाजपा पूर्ण बहुमत की सरकार बनायेगी. ‘65 पार’ नारा ही नहीं, सच साबित होगा. 23 तारीख को सबकुछ सामने आ जायेगा. विकास को जनता पसंद करती है. पांच वर्षों में सरकार ने जनता के बीच जा कर काम किया है. जनता ने चुनाव में भी साथ दिया है. एग्जिट पोल के अनुमान 23 दिसंबर को फेल हो जायेंगे.
– रघुवर दास, मुख्यमंत्री
झारखंड विरोधियों को जनता बेदखल करेगी
मैं चुनाव में सकारात्मक एजेंडे को लेकर गया था. जनता ने पिछले पांच वर्ष में जो झेला है, उसकी संवेदना के साथ मैं खड़ा था. वहीं, भाजपा नाकारात्मक प्रचार कर रही थी. आदिवासी-मूलवासी को अपमानित कर रही थी. पांच वर्षों का आक्रोश जनता ने इवीएम में दर्ज कर दिया है. काउंटिंग से पहले मैं कोई अटकलें नहीं लगाता. मुझे पूरी उम्मीद है कि महागठबंधन को पूर्ण बहुमत मिलेगा और झारखंड विरोधी ताकत को जनता बेदखल करेगी.
-हेमंत सोरेन, पूर्व मुख्यमंत्री सह झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष
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