रांची : दिनकर हैं जोश व होश के कवि : कुलपति

रांची : दिनकर जोश और होश के कवि हैं. ये बातें रांची विवि के कुलपति डॉ रमेश कुमार पांडे ने कहीं. वे विवि में राष्ट्रकवि दिनकर की कालजयिता पर शुक्रवार को राष्ट्रीय संगोष्ठी के अंतिम दिन पर आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा ले रहे थे. हिंदी विभाग और केंद्रीय हिंदी संस्थान आगरा के तत्वावधान में हुए […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 21, 2019 8:55 AM
रांची : दिनकर जोश और होश के कवि हैं. ये बातें रांची विवि के कुलपति डॉ रमेश कुमार पांडे ने कहीं. वे विवि में राष्ट्रकवि दिनकर की कालजयिता पर शुक्रवार को राष्ट्रीय संगोष्ठी के अंतिम दिन पर आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा ले रहे थे. हिंदी विभाग और केंद्रीय हिंदी संस्थान आगरा के तत्वावधान में हुए कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ नागेश्वर सिंह ने की.
उन्होंने कहा कि दिनकर का काव्य ही नहीं, गद्य भी कालजयी है. संस्कृति के चार अध्याय, मिट्टी की ओर और अर्धनारीश्वर दिनकर की प्रौढ़ गद्य कृतियां हैं. मुख्य वक्ता डॉ मिथिलेश कुमार सिंह ने कहा कि दिनकर को अमर करने के लिए संस्कृति के चार अध्याय ही पर्याप्त हैं.
दिनकर ने इसकी भूमिका में लिखा है कि मेरा अपना क्षेत्र तो काव्य है व मेरे साहित्यिक जीवन का यश और अपयश मेरे काव्य पर निर्भर करता है. एसपी सिंह ने कहा कि दिनकर की कविता में जवानी और रवानी का तेज है. समापन सत्र में बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित डॉ रीता शुक्ल ने कहा कि दिनकर ने बच्चों के लिए बहुत कुछ लिखा है. दिनकर जैसा ओजस्वी कवि और वक्ता मैंने आज तक नहीं देखा. मौके पर डॉ जंग बहादुर पांडे, डॉ अनिल ठाकुर व अन्य थे.
कुलपति से मिला प्रतिनिधिमंडल, सौंपा ज्ञापन
रांची. रांची विवि के कुलपति डॉ रमेश कुमार पांडे से शुक्रवार को छात्र नेता आशुतोष द्विवेदी और गौरव अग्रवाल के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की. उन्हें पांच सूत्री मांगों का ज्ञापन सौंपा. इसमें रांची विवि अंतर्गत सभी कॉलेजों व विभागों में रिक्त शिक्षक के पदों को अविलंब भरे जाने, विवि के मल्टी जिम को शुरू करने व अन्य मांगें शामिल हैं. कुलपति व प्रति कुलपति ने कहा कि सभी मांगों को जल्द से जल्द पूरा किया जायेगा. मौके पर अमित दूबे, देवपूजन, प्रिया व अन्य थे.

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