भारत की विनिर्माण, सेवा क्षेत्र की वृद्धि दर जुलाई में चीन से अधिक : एचएसबीसी

नयी दिल्ली. देश में जुलाई माह में विनिर्माण और सेवा क्षेत्र की वृद्धि चीन के मुकाबले तेज रही. हालांकि, इस दौरान दुनिया के उभरते बाजारों में उत्पादन वृद्धि की गति कुल मिला कर धीमी रही. एचएसबीसी ने बुधवार को यह जानकारी दी. एचएसबीसी के उभरते बाजारों के सूचकांक (इएमआइ) में यह संकेत मिला है. जुलाई […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 6, 2014 6:00 PM

नयी दिल्ली. देश में जुलाई माह में विनिर्माण और सेवा क्षेत्र की वृद्धि चीन के मुकाबले तेज रही. हालांकि, इस दौरान दुनिया के उभरते बाजारों में उत्पादन वृद्धि की गति कुल मिला कर धीमी रही. एचएसबीसी ने बुधवार को यह जानकारी दी. एचएसबीसी के उभरते बाजारों के सूचकांक (इएमआइ) में यह संकेत मिला है. जुलाई के दौरान एचएसबीसी का भारत के लिए विनिर्माण और सेवा क्षेत्र का संयुक्त सूचकांक 53 अंक रहा, जबकि इस दौरान चीन संबंधी यह सूचकांक 51.6 अंक, ब्राजील का 49.3 और रूस का 51.3 अंक दर्ज किया गया. 50 अंक से ऊपर के सूचकांक को गतिविधियों में विस्तार का सूचक माना जाता है. यह सूचकांक खरीदार प्रबंधकों के सर्वेक्षण के आधार पर तैयार किया जाता है. जुलाई में उभरते बाजारों वाला एचएसबीसी पीएएमआइ सूचकांक घट कर 51.7 अंक रह गया. जून में यह 52.3 अंक पर था. इससे दुनिया के उभरते बाजारों में उत्पादन वृद्धि काफी धीमी रही है.”उभरते बाजारों की आर्थिक वृद्धि लगातार कमजोर बनी हुई है, विशेषकर विकसित देशों के उत्पादन में आयी तेजी से इनकी तुलना करने में इनमें सुस्ती दिखायी देती है.क्रिस विलयमसन, मुख्य अर्थशास्त्री, एचएसबीसी

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